शरद पवार को परपोते रोहित पवार के खिलाफ ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने रोहित पवार की स्वामित्व वाली शुगर मिल की 50 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति ने कुर्क कर ली है. ईडी की ओर से यह कार्रवाई महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MNSB) के कथित घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है.
इस कार्रवाई के बाद ईडी की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई कथित धांधली को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है. ईडी ने आगे कहा कि औरंगाबाद जिले के कन्नड़ गांव स्थित कन्नड़ सहकारी सखार कारखाना लिमिटेड की कुल 161.30 एकड़ भूमि, संयंत्र, मशीनरी और भवन को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अस्थायी रूप से संलग्न किया गया है.
बता दें कि ईडी ने इस मामले में रोहित पवार से पहले भी पूछताछ की थी. जनवरी में बारामती एग्रो, कन्नड़ एसएसके के ठिकानों पर तलाशी लेने के बाद ईडी की टीम ने उनसे करीब 11 घंटे तक पूछताछ की थी. जनवरी के बाद एक फरवरी में भी ईडी ने रोहित से करीब आठ घंटे तक पूछताछ की थी. इसके बाद अब ईडी ने कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति कुर्क की है.
ईडी की कार्रवाई के बाद रोहित पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैंने अपनी कंपनी के खिलाफ ईडी द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में ट्वीट पढ़ा और सोचा कि क्या मुझे अब भाजपा में शामिल होना चाहिए? उन्होंने लिखा कि बीजेपी को याद रखना चाहिए. झुकने वाले और रोने वाले चले गए, अब केवल लड़ने वाले बचे हैं, और हम अंत तक लड़ेंगे और जीतेंगे! जो लोग मेरे जैसे स्वाभिमानी मराठी मानुष को घुटनों पर लाने का सपना देखते हैं, उन्हें सिर्फ सपना ही देखना चाहिए! इस कार्रवाई से यह भी लग रहा है कि अगले दो-तीन दिनों में आचार संहिता लागू हो जाएगी.
रोहित पवार ने ईडी की कार्रवाई को पूरी तरह से अवैध बताते हुए आगे कहा कि इसे अदालत में चुनौती दी जाएगी, इसलिए कर्मचारी चिंता न करें. लेकिन सवाल ये है कि ऐसी कार्रवाई सिर्फ मेरे खिलाफ ही क्यों? लेकिन सत्ता का दुरुपयोग करने वालों से आज भी ऐसा सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है! ऐसी ही एक एजेंसी ने जन्मदिन पर भी कार्रवाई की और आज महाशिवरात्रि पर एक और कार्रवाई.. लेकिन मैं महादेव का भक्त हूं… जब महादेव अन्याय के खिलाफ जनता जनार्दन के रूप में अपनी तीसरी आंख खोलेंगे, तो कई लोग चौंक जाएंगे.