बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब का कहर देखने को मिला। प्रदेश के मोतिहारी जिले में अवैध शराब का सेवन करने से आठ लोगों की मौत हो गई है। वहीं छह लोगों की आंख की रोशनी भी चली गई। बताया जा रहा है कि 25 लोगों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इस घटना सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी जांच में जुट गए है। इस घटना से एक बार फिर सीएम नीतिश कुमार के दावों की पोल खुल गई है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की जान जा चुकी है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों ने स्वीकार किया कि उन्होंने शराब पी थी, इसके बाद उनकी हालत खराब हुई। मरीजों ने खुद डॉक्टरों को यह बात बताई है। मरीजों के इस बयान के बाद आशंका व्यक्त की जा रही है कि जहरीली शराब पीने के बाद ही इन लोगों की हालत बिगड़ी है।
हालांकि प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और बिसरा जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा है। मोतिहारी और मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन ने पहले इसे डायरिया बताकर संदिग्ध मौत करार दिया था। लेकिन जब मरीजों ने शराब पीने और आंख से कुछ न दिखने की बात बताई तो डॉक्टरों का शक गहरा गया। कुछ मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बीते दिनों बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा था। बीते साल सारण जिले में जहरीली शराब पीने से 40 लोगों की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की एक रिपोर्ट को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी।