डिप्टी CM पद को लेकर एकनाथ शिंदे ऐसा क्या बोले जो हंस पड़े फडणवीस और पवार?
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मंगलवार को मीडिया से रूबरू होते हुए जो बयान दिए, उन्होंने राज्य की सियासत में हलचल मचा दी है। इस दौरान एक तरफ शिंदे ने अपने ढाई साल के कार्यकाल की सराहना की, वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम पद को लेकर उन्होंने एक ऐसा बयान दिया, जिसने तमाम सवालों को जन्म दे दिया।
डिप्टी सीएम पद पर शिंदे का मिस्ट्री बयान
जब एकनाथ शिंदे से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह सवाल पूछा गया कि क्या वह अगले दिन यानी बुधवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे, तो उनका जवाब कुछ ऐसा था, “शाम तक रुको, बताते हैं।” शिंदे का यह बयान एक तरफ तो हल्का सा मजाकिया नजर आया, लेकिन दूसरी ओर इसे लेकर सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। सवाल उठने लगे हैं कि महाराष्ट्र में सत्ता के गलियारों में क्या हो रहा है, और क्या शिंदे और उनके साथी इस समय कुछ बड़ा करने जा रहे हैं?
शिंदे का यह बयान उस समय आया जब राज्य की राजनीति में लगातार बदलाव और घमासान का माहौल रहा है। शिंदे की पार्टी शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट और भाजपा के बीच सत्ता को लेकर उलझन बनी हुई है। ऐसे में शिंदे का यह बयान एक संकेत हो सकता है कि वह आगामी दिनों में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं। हालांकि, इस बयान से ज्यादा कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन यह अवश्य ही राजनीतिक हलचल का कारण बना है।
मुख्यमंत्री पद पर शिंदे का बयान
शिंदे ने सीएम पद को लेकर भी अहम बयान दिया। उन्होंने बताया कि ढाई साल पहले जब देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने उनके नाम की सिफारिश की थी, तब उन्होंने इसे एक बड़ा सम्मान माना था। शिंदे का कहना था कि इस निर्णय का लक्ष्य कभी यह नहीं था कि उन्हें क्या मिलेगा, बल्कि यह था कि महाराष्ट्र को क्या मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि महायुति (Maha Yuti) में कोई ऊंच-नीच नहीं है, और सभी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं। शिंदे ने यह दावा किया कि उनके नेतृत्व में राज्य में ऐतिहासिक काम हुए हैं, जो भविष्य में सुनहरे अक्षरों में लिखे जाएंगे।
उन्होंने अपनी पार्टी और महायुति के साथियों के साथ किए गए कामों को “बड़ी उपलब्धि” बताया और गर्व से कहा कि इस पर उन्हें पूरा विश्वास है कि यह कार्यकाल इतिहास में याद किया जाएगा।
अजित पवार की चुटकी
शिंदे के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक और नाम चर्चा में आया, वह थे अजित पवार (Ajit Pawar)। अजित पवार ने मजाकिया अंदाज में कहा कि “शिंदे का क्या फैसला होगा, इसके लिए आप लोग इंतजार करें, लेकिन मैं कल शपथ लेने वाला हूं। मैं रुकने वाला नहीं हूं।” अजित पवार का यह बयान सुनकर सभी लोग हंसी से लोटपोट हो गए। इस मजाक के बीच शिंदे ने भी पलटवार करते हुए कहा, “दादा को सुबह और शाम दोनों समय शपथ लेने का अनुभव है।” इस पर सबने ठहाके लगाए।
अजित पवार के इस मजाकिया पल के बावजूद, उनका बयान सियासी परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण था, क्योंकि उन्होंने साफ किया कि वह किसी से मिलने नहीं गए थे, जैसे मीडिया में खबरें चल रही थीं कि वे दिल्ली में अमित शाह से मिलने गए थे। अजित पवार ने इस पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और बताया कि उनका दिल्ली जाना केवल निजी काम के लिए था। उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी को वहां बंगला अलॉट हुआ था, इसके अलावा मुझे वकीलों से मिलना था। दिल्ली में थोड़ा राहत मिलती है, वहां का माहौल शांतिपूर्ण होता है।” पवार का यह बयान मीडिया में फैल रही खबरों पर कटाक्ष था, और उन्होंने बताया कि उनका दिल्ली दौरा केवल कामकाजी था, न कि किसी राजनीतिक बातचीत के लिए।