आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी मामले में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है. चंद्रबाबू नायडू पर 31 मार्च को उनकी प्रचार रैली के दौरान कथित तौर पर सीएम जगन मोहन रेड्डी को “राक्षस,” “जानवर,” “चोर” और कई अन्य आपत्तिजनक शब्द कहने का आरोप है. आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए चुनाव आयोग ने टीडीपी प्रमुख के खिलाफ गुरुवार को नोटिस जारी किया गया.
आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की तरफ से जारी नोटिस के मुताबिक, चंद्रबाबू नायडू को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और उसके नेता जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी मामले में जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है. नायडू को यह नोटिस युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के राज्य महासचिव लैला अप्पी रेड्डी और एक अन्य व्यक्ति की तरफ से की गई शिकायत के बाद जारी किया गया है.
नोटिस में कहा गया है कि टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने येम्मिगनूर, मार्कापुरम और बापटला निर्वाचन क्षेत्रों में आयोजित अपने प्रचार अभियान रैलियों में कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिसमें मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को राक्षस, जानवर, चोर और कई अन्य अपमानजनक शब्द कहे गए. चुनाव आयोग ने पेन ड्राइव में उपलब्ध कराए गए भाषणों की समीक्षा की. इस दौरान यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन का मामला पाया गया. अब चंद्रबाबू नायडू को इस पर 48 घंटे में इस पर स्पष्टीकरण देना होगा.
आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव 13 मई को होने हैं और वोटों की गिनती 4 जून को होगी. आंध्र प्रदेश विधानसभा में 175 सीटें हैं और किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 88 सीटों की जरूरत होगी. 2014 के विधानसभा चुनावों में, चंद्रबाबू नायडू के की टीडीपी ने बहुमत के साथ 102 सीटें जीती थीं. जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी महज चार सीटें ही जीत सकी थी.
वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी ने 151 सीटों के प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की, जबकि टीडीपी 23 सीटों पर सिमट गई. बता दें कि देश की 543 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल से सात चरणों में चुनाव होंगे. लोकसभा के साथ-साथ विधानसभाओं के लिए वोटों की गिनती 4 जून को होगी.