बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर एल्विश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। वहीं, अब खबर है कि नोएडा पुलिस ने इन्हें सांप प्रकरण मामले में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। इसके अलावा पहले से ही इस मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों की हिरासत बढ़ाए जाने की मांग भी पुलिस की ओर से की गई है, ताकि सभी से गहन पूछताछ हो सकें।
बता दें कि इससे पहले राजस्थान पुलिस ने एल्विश को हिरासत में लिया था, लेकिन पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था और बाकायदा इसकी जानकारी नोएडा पुलिस को भी साझा की गई थी, लेकिन अब जिस तरह से एल्विश को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है, उससे साफ जाहिर है कि दाल में जरूर कुछ काला है। अब ऐसे में आगामी दिनों में पुलिस एल्विश के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले एक बार फिर से पूरा मामला जरा विस्तार से जान लेते हैं।
दरअसल, बीजेपी सांसद मेनका गांधी के संगठन पीएफए (पीपल फॉर एनीमल ) नामक संगठन ने एल्विश यादव के खिलाफ नोएडा के एक बैंक्वेट हॉल में रेव पार्टी और सांपों की तस्करी करने का आरोप लगाया था। मेनका के संगठन ने अपनी शिकायत में कहा था कि एल्विश अपनी पार्टियों में ऐसे सांपों के विष का इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया जा चुका है। अगर ऐसे विषैले सांपों का इस्तेमाल अपने दैनिक दिनचर्या में कोई करता है, तो वो कानून की दृष्टि में जुर्म है। वहीं, आरोप है कि एल्विश यादव ने पार्टियों में विषैले प्रतिबंधित सांपों का इस्तेमाल किया है।
उधऱ, पीएफए की शिकायत को संज्ञान में लेने के बाद पुलिस ने एल्विश के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। विधिक विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर एल्विश पर लगे आरोपों की सिद्धी होती है, तो उन्हें तीन से लेकर सात साल तक की जेल और 1 लाख रुपए का जुर्माना देना पड़ सकता है।
वहीं, पुलिस द्वारा अब तक इस मामले में की गई कार्रवाई की बात करें, तो अब तक पांच आरोपी सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं, जिन्हें कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। इसके अलावा आज नोएडा पुलिस ने इन सभी आरोपियों को इनकी हिरासत को बढ़ाने की मांग की है, ताकि इनसे मामले के संदर्भ में विस्तृत पूछताछ की जा सकें।