बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश से सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज के लिए दर्शकों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने 4 सितंबर को इस फिल्म के को-प्रोड्यूसर जी स्टूडियो की याचिका पर सुनवाई की और सीबीएफसी (सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) को फिल्म को सर्टिफिकेट देने के संबंध में कोई निर्देश देने से इनकार कर दिया। अदालत ने कहा कि यह आदेश मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के फैसले का उल्लंघन करेगा, जिसने सिख समुदाय द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सीबीएफसी को फैसला लेने का निर्देश दिया है।
इस फैसले के बाद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट साझा किया जिसमें उन्होंने अपनी निराशा जताई और आरोप लगाया कि वह जानबूझकर टारगेट बनाई जा रही हैं। कंगना ने लिखा, “आज मैं हर किसी की पसंदीदा टारगेट बन गई हूं। यह वह कीमत है जो आप सोते हुए राष्ट्र को जगाने के लिए चुकाते हैं। वे नहीं समझते कि मैं किस बारे में बात कर रही हूं। वे नहीं चाहते कि मैं पक्ष लूं, लेकिन सीमा पर तैनात सैनिक को शांत रहने का विशेषाधिकार क्यों नहीं मिलता?”
फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज से पहले विवादों में घिर गई थी। इसके ट्रेलर को लेकर सिख समुदाय ने विरोध जताया था और फिल्म की रिलीज पर धमकी भी दी थी। इस फिल्म में कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आएंगी।