नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पेश होने के लिए 7वां समन भेजा है। ईडी ने 26 फरवरी को केजरीवाल को पेश होने के लिए कहा है। पिछले दिनों भी ईडी ने अरविंद केजरीवाल को छठा समन भेजा था, लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हुए थे। उनकी आम आदमी पार्टी ने कहा था कि मामला कोर्ट में है और इस वजह से ईडी का समन अवैध है। अरविंद केजरीवाल को ईडी लगातार समन भेजती रही है, लेकिन केजरीवाल तमाम दलीलें देकर पेश नहीं हुए। अरविंद केजरीवाल ने ईडी के भेजे पहले समन पर कहा था कि 5 राज्यों में चुनाव प्रचार की वजह से वो व्यस्त हैं। इसके बाद जब ईडी ने फिर समन भेजा, तो केजरीवाल ने कहा कि वो पंजाब में विपश्यना कराने जा रहे हैं।
ईडी ने केजरीवाल के विपश्यना से लौटने के बाद एक के बाद एक कई समन भेजे, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने हर बार ये कहकर पेश होने से इनकार कर दिया कि जांच एजेंसी के ये समन अवैध और राजनीति से प्रेरित हैं। इस पर ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट का रुख किया था। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को पेश होने का निर्देश दिया था। इस पर केजरीवाल वर्चुअली कोर्ट में पेश हुए थे और दिल्ली विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव और बजट सत्र का हवाला देकर कहा था कि वो खुद मार्च में कोर्ट के सामने पेश होंगे। इस पर कोर्ट ने मार्च की तारीख दे दी थी।
दिल्ली के शराब घोटाले में ईडी पहले ही अरविंद केजरीवाल की सरकार में डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। ईडी की तरफ से शराब घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है। कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में ईडी ने अरविंद केजरीवाल का भी नाम लिया है। ईडी का ये भी कहना है कि शराब कारोबारियों के जरिए आम आदमी पार्टी ने भी गोवा विधानसभा चुनाव के लिए धन बटोरा। आम आदमी पार्टी इस आरोप को गलत बताती है। मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के सभी नेताओं का दावा है कि दिल्ली में कोई शराब घोटाला हुआ ही नहीं है।