नई दिल्ली: भाजपा ने महागठबंधन की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि तथाकथित गठबंधन को हार का डर सता रहा है। भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि दिल्ली में जो तथाकथित विपक्षी दलों की बैठक हुई है वह महागठबंधन की हार स्वीकार करने वाली बैठक है उन्होंने कहा कि यह साफ है कि महागठबंधन के पास न तो कई गर्वनेंस का अजेंडा है और न लोगों को बताने के लिए कोई लीडरशिप है।
विपक्ष ने ईवीएम पर शक जताते हुए कहा है कि 50 फीसद मतदान पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराने के लिए वह सुप्रीट कोर्ट जाएगा। इस विषय पर एक दिन पहले आंध्र प्रदेश के सीएम और तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से भेंट की थी। उसी क्रम में रविवार को लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत कांग्रेस, तेलगूदेशम, माकपा, भाकपा, सपा, आप समेत कई दल जमा हुए। उन्होंने कहा, चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और मतदाताओं के अधिकारों की सुरक्षा बेहद जरूरी है।कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा, विपक्षी दल हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 फीसद मतदान पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराए जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए विवश हो रहे हैं।
बसपा ने घोषित किए 16 और प्रत्याशी, मनोज सिन्हा के खिलाफ अफजल को टिकट
उन्होंने कहा, अगर चुनाव आयोग इसकी अनदेखी करता है तो हम अन्य कदम उठाएंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम शांत नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा, हम सुप्रीम कोर्ट से संपर्क करेंगे। सिंघवी ने कहा, विपक्षी दल ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर देशव्यापी अभियान भी चलाएंगे। उन्होंने कहा, यह बेहद चिंताजनक है कि पहले चरण के चुनाव के बाद से ही ईवीएम पर सवाल उठने लगे हैं। सिंघवी ने कहा, हमें नहीं लगता है कि ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे के निपटारे के लिए चुनाव आयोग पर्याप्त कदम उठा रहा है।पूर्व मंत्री कपिल सिब्बल ने आयोग के इरादों पर सवाल उठाते हुए कहा, चुनाव आयोग 50 फीसद मतदान पर्चियों का मिलान क्यों नहीं चाहता। उन्होंने कहा, आज 20-25 फीसद ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रहे है।
पूर्व मंत्री ने कहा, लोग चार बजे सुबह तक वोट देंगे और कतारबद्ध होकर प्रतीक्षा करेंगे, इसका क्या अर्थ है!दिल्ली के सीएम और आप नेता अरंिवद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा पर सीधे ही ईवीएम की प्रोग्रामिंग करने का आरोप लगा दिया। आंध्र प्रदेश के सीएम एवं तेलगू देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि 21 दलों ने 50 फीसद मतदान पर्चियों के सत्यापन की मांग की है।बाद में नायडू ने सवालों के जवाब में कहा, चुनाव आयोग सत्तारुढ़ भाजपा के दबाव में काम कर रहा है।
इससे पहले नायडू ने शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ चुनाव आयोग को एक ज्ञापन दिया था। उन्होंने कहा, उनकी आयोग के साथ लगभग डेढ़ घंटे तक बैठक हुई और इस दौरान आयोग ने विभिन्न मुद्दों पर जो जानकारी दी उससे वह संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा, इन मुद्दों पर विपक्षी दलों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे और चुनाव से संबंधित मुद्दों को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने का प्रयास करेंगे। चुनाव प्रक्रिया को जटिल बनाया जा रहा है जबकि इसे सरल बनाने की जरूरत है।