जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और किसान नेता सत्यपाल मलिक इस समय लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कृषि कानूनों को लेकर उन्होंने एक बार फिर से पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने दावा किया है कि पीएम मोदी को सिखों और जाटों से डरकर कृषि कानून वापस लेने पड़े थे
वह डर की वजह से ही गुरुद्वारे में जाने लगे हैं। उनमें श्रद्धा का कोई मामला नहीं है। पंजाब में उनका काफिला रोक दिया गया। यह एक जुलूस था लेकिन आधे घंटे रुकने के बाद पीएम मोदी घबरा गए और एयरपोर्ट पर आकर कहने लगे कि बड़ी मुश्किल से जान बची।
बता दें कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक मंगलवार को राजस्थान के सीकर में सूतोद दांव में वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति का शिलान्यास करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि किसान आंदोलन के समय वह अपना इस्तीफा जेब में रखकर प्रधानमंत्री मोदी से मिलने गए थे। पांच मिनट में ही उनकी बहस हो गई। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री घमंड में थे और उनका कहना था कि किसान कुछ ही समय में चले जाएंगे। हालांकि चार महीने का वक्त हो चुका था।
पूर्व राज्यपाल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी सिखों के डर के मारे गुरुद्वारे में जाते हैं। इसमें कोई श्रद्धा का मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पीएम मोदी का काफिला रोक दिया गया। यह एक जुलूस था लेकिन आधे घंटे रुकने के बाद पीएम मोदी घबरा गए और एयरपोर्ट पर आकर कहने लगे कि बड़ी मुश्किल से जान बची।
वहीं, उन्होंने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दावा किया कि राज्य में भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है और विधानसभा चुनाव में दूर-दूर तक कहीं नहीं दिखाई दे रही है। इस बार राजस्थान में भाजपा पूरी तरह साफ हो जाएगी।