दिल्ली के रोहिणी जिले के प्रशांत विहार क्षेत्र में रविवार की सुबह एक जोरदार धमाका हुआ, जिसने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया। यह घटना सीआरपीएफ स्कूल के पास सुबह करीब सात बजे हुई। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोगों ने इसे सिलेंडर ब्लास्ट या किसी बिल्डिंग के गिरने की आवाज समझा।
चश्मदीदों के मुताबिक, धमाके के बाद आसमान में धुएं का एक बड़ा बादल छा गया था, जो लगभग दस मिनट तक बना रहा। धमाके की वजह से आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए और होर्डिंग्स भी उखड़ गए। लेकिन राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
घटनास्थल पर सुरक्षा बढ़ाई गई, हाई अलर्ट घोषित
जैसे ही धमाके की सूचना मिली, दिल्ली पुलिस की टीम ने मौके पर तुरंत कार्रवाई की। भारी पुलिस बल को घटनास्थल पर तैनात किया गया, और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीम भी मौके पर पहुंच गई। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और सबूत इकट्ठा करने के लिए सैंपल लिए। डॉग स्क्वायड ने भी हालात का जायजा लिया और कुछ तारनुमा चीजें बरामद की हैं, जो जांच का हिस्सा होंगी।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस ने कहा कि दीवाली से पहले किसी आतंकी साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में, दिल्ली के विभिन्न बाजारों में सुरक्षा को और मजबूत किया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके। दिल्ली पुलिस के पीआरओ संजय त्यागी ने बताया कि प्रशांत विहार पुलिस स्टेशन को सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाके की सूचना मिली थी।
चश्मदीदों की प्रतिक्रिया
चश्मदीदों के अनुसार, पुलिस ने घटनास्थल पर मात्र पांच मिनट के भीतर पहुंच गई। एक गवाह, शशांक, ने बताया, “जब धमाका हुआ, तो हमें लगा कि यह एक सिलेंडर का ब्लास्ट था। आसपास धुएं का बड़ा बादल था और दुकानों के शीशे टूट गए थे। यह एक भयानक अनुभव था, लेकिन शुक्र है कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।”
पुलिस अब घटनास्थल के आसपास के मोबाइल टॉवरों से रात से लेकर आज सुबह नौ बजे तक किए गए फोन कॉल्स के डेटा को खंगालने का काम शुरू कर चुकी है। इस डेटा की मदद से यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि इस घटना के पीछे किसका हाथ हो सकता है। इसके अलावा, पूरे इलाके का डंप डाटा भी पुलिस खंगालेगी।
सुरक्षा और आतंकवादी खतरों पर चिंता
इस धमाके ने एक बार फिर से दिल्ली में सुरक्षा और आतंकवादी खतरों पर चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस अब इस मामले में एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज करेगी। सभी की निगाहें इस जांच पर हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस घटना के पीछे कौन था और ऐसा करने की वजह क्या थी।