UP News: वाराणसी से ड्राइविंग लाइसेंस के नाम पर घन उगाही का मामला सामने आया है. इस इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में सुना जा सकता है कि हैवी लाइसेंस के लिए साढ़े 6 हजार देना होगा। ज्यादा नहीं है ? यही रेट है आप किसी भी ट्रेनिंग कालेज से जाकर पूछ सकते हैं। ये कहना है संभागीय परिवहन कार्यालय (Divisional Transport Office) के बाहर स्थित जन सेवा केंद्र संचालक का है जो परिवहन विभाग के आरआई और बाबू के नाम पर धन उगाही कर रहा है.
जिसके बाद संभागीय निरीक्षक प्राविधिक (Divisional Inspector Technical) ने उक्त वीडियो में दिख रहे शख्स पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस वीडियो की जांच में जुटी है.
लालपुर-पांडेयपुर थाने में तहरीर देते हुए संभागीय निरीक्षक प्राविधिक पीयूष कुमार ने बताया कि पूर्वांचल ट्रक ओनर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने दफ्तर पर पहुंचकर एक शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि हमारे चौकाघाट दफ्तर के बगल में जन सेवा केंद्र चलाने वाले आरके पटेल उर्फ़ गुड्डू पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जो हैवी लाइसेंस बनवाने के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के आरआई और बाबू के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है।
संभागीय निरीक्षक प्राविधिक ने बताया कि आरके सिंह के ने परिवहन विभाग और सरकार की विश्वसनीयता को हानि पहुंचाई है। आवेदक द्वारा वाहन लाइसेंस शुल्क जमाकर ऑनलाइन स्लॉट लेकर तय दिनांक पर ही ड्राइविंग टेस्ट के लिए आना पड़ता है। इसके अलावा लर्निंग लाइसेंस में फेसलेस व्यवस्था शुरू की गयी है बिना कार्यालय आये लर्निग लाइसेंस इश्यू किया जाता है। ऐसे में इस वायरल वीडियो पर कड़ी कार्यवाही करते हुए धारा 420 में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है.