भारत में एक समय Sarahah ऐप का खूब चर्चा में आया था, ठीक उसी तरह से फेस ऐप भी ट्रेंड में आया है। FaceApp – एक ऐसा ऐप है जो आज कल भारत में काफी पॉपुलर हो रहा है। न्यूज फीड में ऐसी फोटोज आ रही हैं जिसमें यंग और बच्चे भी बूढ़े दिख रहे हैं। ये ऐप काफी पहले से है। लेकिन भारत में आज कल ये ट्रेंड में है। दरअसल इस ऐप में कई फीचर्स हैं जिनमें से एक चेहरे को बूढ़ा दिखाने वाला है।
FaceApp के मुताबिक कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करके ऐसा करती है। ये ऐप 2017 में ही लॉन्च हुआ था। क्या इसे यूज करने में रिस्क है? क्या ये आपके फोटो लाइब्रेसी का फुल ऐक्सेस लेता है? इस तरह के सवाल लोगों के मन में उठना जाहिर है।
इस ऐप को न सिर्फ आम पब्लिक बल्कि अब सेलिब्रिटी इपयोग में ला रहे हैं। इस वजह से इसे ज्यादा हाइप मिल रहा है। फोटोज को एडिट करने के लिए ये ऐप न्यूरल नेटवर्क यूज करता है। न्यूरल नेटवर्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही एक प्रकार है। न सिर्फ ऐज बल्कि इस ऐप से यंगर लुक, जेंडर स्वैप जैसे टास्क भी किए जा सकते हैं।
जब भी आप हमारी सर्विस यूज करते हैं, हमारी सर्विस ऑटोमैटिकली कुछ लॉग फाइल इनफॉर्मेशन रिकॉर्ड करती है। इनमें आपका वेब रिक्वेस्ट, आईपी अड्रेस, ब्राउजर टाइप, यूआरएल और आप इस सर्विस के साथ कितनी बार इंटरऐक्ट करते हैं इस तरह की जानकारी शामिल है।
पॉलिसी में ये भी कहा गया है कि कंपनी यूजर डेटा बिना उनके इजाजत के नहीं बेचेगी और न ही किसी को रेंट पर देगी। हालांकि फेस ऐप के ग्रुप की कंपनियों को आपका डेटा दिया जा सकता है, क्योंकि आपने इसके कॉन्सेंट दिया है। कंपनी की पॉलिसी के मुताबिक अगर कंपनी चाहे तो थर्ड पार्टी एडवार्टाइजिंग पार्टनर्स को कुछ जानकारियां दे सकती है। इनमें कूकज डेटा शामिल हैं।