लखीमपुर हिंसा के खिलाफ 6 घंटे ट्रेन रोकेंगे किसान, मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी व गिरफ्तारी की मांग !
तीन कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे किसान आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशभर में रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है। पूर्व से घोषित कार्यक्रम के तहत 18 अक्टूबर को देशभर में रेल सेवाओं को बाधित किया जाएगा। साथ ही कहा कि रेल संपत्ति को कोई नुकसान पहुंचाए बिना रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा।
यूपी के पश्चिमी जनपदों में इस आंदोलन का विशाल रूप से देखने को मिल सकता है। रेल रोकने की घोषणा के पश्चात से पुलिस-प्रशासन सक्रिय हो गयी है। रेलवे के अधिकारी रविवार रात तक इस पर मंथन भी करते रहे। वहीं इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए रविवार को किसान संगठनों ने तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान सड़क मार्ग बाधित नहीं किया जाएगा, सिर्फ रेल रोकने के लिए कहा गया है।
हमारे सब्र की परीक्षा ले रही है :BKU
BKU किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने लखीमपुर हिंसा केस में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा “हमारे सब्र की परीक्षा न लें, परन्तु फिर भी हम अपने भाइयों को समझा देना चाहते हैं कि हमें हाथ नहीं उठाना है। सरकार मारेगी, लठ मारेगी, डंडे मारेगी, जेलों में भी ले जाएगी, जाएंगे। सरकार का हर जुल्म सहेंगे। हमें हाथ नहीं उठाना है। अगर हमने हाथ उठा लिया तो ये कहीं जाति में फंसाएंगे, कहीं धर्म में फसाएंगे। यदि हमने हाथ उठा लिया तो आम जनता हमारे खिलाफ हो जाएगी ।
क्या है लखीमपुर मामला ?
आपको ज्ञात करा दें कि यूपी के लखीमपुर जनपद में 3 अक्टूबर रविवार को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इससे 4 किसानों की मृत्यु हो गई थी। इसके पश्चात भड़की हिंसा में किसानों ने एक ड्राइवर सहित 4 लोगों की पीट- पीट कर जान ले ली। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया। इस केस में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा सहित 14 लोगों के विरुद्ध हत्या और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है।