राधा स्वामी एक्शन फोर्स में सिर्फ लड़कियों को रखा गया है। लड़कियों की उम्र 14 साल से 18 साल के बीच है। कुछ लड़कियां 14 साल भी कम उम्र की भी थीं। सत्संगियों की महिला आरएएफ ने पुलिस से मोर्चा संभाला। पुलिस कर्मियों पर डंडे से हमला कर रहीं थीं। पुलिस कर्मी सिर्फ बचाव करते रहे।
रविवार शाम यानी 24 सितंबर को शाम पुलिस प्रशासन की टीम दयालबाग पहुंची। टेनरी गेट के अंदर सत्संगियों की महिला आरएएफ मौजूद थीं। 2 दर्जन से अधिक लड़कियां फौजियों जैसे कपड़े पहने थीं। हाथ में डंडे थे। पुलिस अधिकारियों को देखते ही लड़कियों ने राधा स्वामी का जोर से नारा लगाया। उसके बाद डंडों से प्रदर्शन शुरू कर दिया। एक लड़की डंडे से प्रहार कर रही थी। दूसरी डंडे से ही अपना बचाव कर रही थी।
लड़कियों का प्रदर्शन देख पुलिस की समझ में आ गया था कि दूसरी तरफ से बवाल की पूरी तैयारी है। मोर्चा महिलाएं संभालेंगी पुलिस को इसका अंदाजा नहीं था। ऐसा ही हुआ जैसे ही पुलिस ने आगे बढ़ने का प्रयास किया महिला आरएएफ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। डंडे बरसाना शुरू कर दिए। अधिकारी भी इसका शिकार हुए। वे निहत्थे थे। उनके हाथ में डंडे तक नहीं थे। यह देख महिला पुलिस कर्मियों को आगे बुलाया गया। महिला पुलिस कर्मियों संख्या कम थी। महिला आरएएफ ने उन्हें भी खदेड़ दिया। पुलिस और पीएसी ने संयम का परिचय दिया। महिलाओं के ऊपर बल प्रयोग नहीं किया। महिला पुलिस कर्मियों ने तीन-चार महिलाओं को पकड़ा। ये पुलिस कर्मियों से उलझ रही थीं।