UP News: वाराणसी में मुंबई को जाने वाली बर्निग ट्रेन बनने से बच गयी, जब क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने शोर मचाकर ट्रेन रुकवा दी। ट्रेन की एस-5 स्लीपर बोगी के पहियों से आग की लपटें निकल रही थीं। ट्रेन के रुकते ही लोग बोगियों से उतारकर दूर भागने लगे पर कुछ ही देर में पहुंचे रनिंग स्टाफ ने आग पर नियंत्रण पा लिया और आवश्यक जांच के बाद ट्रेन को मुंबई के लिए रवाना हुई।
सोमवार शाम रेलवे ट्रैक के किनारे करीब नेवादा डिगहर गांव के बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। तभी वाराणसी-मुंबई कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजर रही तभी बच्चे अचानक चिल्लाते हुए ट्रेन की तरफ दौड़े। बच्चों को दौड़ता देख एक यात्री ने चेन पुलिंग कर दी। ट्रेन धीर-धीरे कपसेठी स्टेशन के आउटर सिंग्नल के पहले रुक गई.
यात्रियों ने नीचे उतरकर देखा तो स्लीपर के एस-5 बोगी के पहियों से आग की चिंगारियांनिकल रही थी। इसपर यात्री बोगी से उतरकर भागने लगे। लोको पायलट भी हल्ला सुनकर नीचे उतर आये। लोको पायलट एके सिंह ने बताया कि आग की सूचना पर रनिंग स्टाफ के राम निहोर और निहाल ने अग्निशमन यंत्र से आग पर नियंत्रण पाया।
वहीं कपसेठी स्टेशन के स्टेशन मास्टर अब्दुल असद की सूचना पर स्टेशन का रनिंग स्टाफ भी पहुंचा और उसने भी आवश्यक जांच की। इस दौरान 1 घंटे से अधिक ट्रेन वहीं खड़ी रही। इसके बाद कपसेठी स्टेशन पर भी ट्रेन की आवश्यक जांच की गयी। उसके बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।