भारतीय रेलवे देश की लाइफ लाइन होने के साथ ही विश्व की चौथी सबसे बड़ी रेलवे लाइन है। ऐसे में यात्रियों को कम पैसे में लग्जरी सुविधा देने के लिए रेलवे पिछले सालों में वंदे भारत ट्रेन शुरू किया है। अब तक लोगों को ये नीले और सफेद रंग में दिखती है। वहीं, अब जल्द ही हमें भगवा रंग की वंदे भारत देखने को मिलेगी। इस बात की जानकारी रेल मंत्री ने कुछ दिन पहले दी थी। लेकिन हम आपको बताएंगे कि नई वंदे भारत में रंग बदलने के अलावा इन ट्रेनों में और क्या खास होने वाला है।
नई वाली वंदे भारत पुरानी वाली वंदे भारत से कई मामलों में बेहतर होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 8 कोच वाली नई वंदे भारत ट्रेन का बाहरी रूप भगवा रंग का होगा। इसमें सीटिंग अरेंजमेंट से लेकर टॉयलेट की लाइट्स में भी काफी बदलाव किए गए हैं। यात्रियों के लिए रेक्लाइन चेयर पर सफर और भी आरामदायक होगा, बेहतर चार्जिंग व्यवस्था मिलेगी।
वहीं, एग्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने वालों को बेहतर फुटरेस्ट मिलेंगे। विशेष जरूरतों वाले यात्रियों के लिए नए वंदे भारत ट्रेन में व्हीलचेयर के लिए फिक्सिंग पॉइंट्स होंगे। इनके अलावा यात्रियों को किताब पढ़ने के लिए टच सेंसेटिव रीडिंग लाइट, पानी बाहर फैलने से बचाने के लिए वाशबेसिन में सुधार जैसे कई बदलाव भी शामिल हैं।
खबर है कि 19 अक्टूबर को भगवा रंग में रंगी वंदे भारत एक्सप्रेस नजर आने वाली हैं। चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ही इनका निर्माण हुआ है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस के इस नए रंग के बारे में बता चुके थे। साथ ही उन्होंने जानकारी दी थी कि यह ‘तिरंगे’ पर आधारित होगा। हालांकि यह किस रूट पर चलेगी और इसका किराया कितना होगा इसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
बता दें कि 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली वंदे एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। अब तक भारत के पास वंदे भारत ट्रेनों के 25 पेयर हैं। इनमें से 18 साल 2023 में ही लॉन्च किए गए हैं। इधर, साल 1955 से शुरू होने वाली इंटीग्रल कोच फैक्ट्री 70 हजार से ज्यादा कोच तैयार कर चुकी है। यह उपलब्धि अक्टूबर 2022 के दूसरे सप्ताह में हासिल की।