महाराष्ट्र में 80 घंटे तक मुख्यमंत्री रहें भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के लिए राजभवन पहुंच चुके हैं। थोड़ी देर पहले ही उन्होंने प्रेस कॉफ्रेंस में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने शिवसेना पर जमकर हमला बोला था। मालूम हो कि दोपहर में ही उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। इसके बाद फडणवीस के सामने इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार को 27 नवंबर को फ्लोर टेस्ट का आदेश उच्च न्यायालय ने दिया है। कोर्ट ने यह भी कहा है कि प्रोटेम स्पीकर भी नियुक्त किए जाएं।कोर्च ने कहा कि, प्रोटेम स्पीकर सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे और फिर फ्लोर टेस्ट कराएंगे। कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि, विधायकों की शपथ के बाद शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट पूरा हो जाना चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा है कि गुप्त मतदान नहीं किए जाएंगे बल्कि फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट किया जाए।
जस्टिस एन वी रमना, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने फैसला पढ़ते हुए कहा कि, लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा होनी चाहिए। कोर्ट और विधायिका पर लंबे समय से बहस चल रही है। अभी अंतरिम बात करनी है, अभीतक विधायकों की शपथ नहीं हुई है। लोगों को अच्छे शासन की जरूरत है।
आपतो बतादें कि, उच्च न्यायालय में सोमवार को इस मामले में करीब 80 मिनट तक सुनवाई हुई थी। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के वकीलों कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने सोमवार को ही बहुमत परीक्षण कराने की मांग की थी। लेकिन सीएम फडणवीस की ओर से पेश वकील मुकुल रोहतगी और गवर्नर ऑफिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने विरोध किया और कहा कि बहुमत परीक्षण के लिए समय तय करना राज्यपाल के अधिकार क्षेत्र का सवाल है। इस पर तीन जजों की बेंच ने कहा था कि क्या आदेश पारित होगा, वह हम पर छोड़ दीजिए।
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौव्हाण ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, कोर्ट ने जो आज फैसला दिया है वह अंतरिम है। ‘कल 11 बजे सदन में सदस्यों के शपथग्रहण का कार्यक्रम होगा। उसके बाद प्रोटेम स्पीकर शाम 5 बजे फ्लोर टेस्ट कराएंगे। इस दौरान गुप्त मतदान नहीं होगा और वोटिंग की विडियोग्रॉफी होगी। हम तीनों दल इस फैसले से संतुष्ट हैं। आज संविधान दिवस पर असल में संविधान का सम्मान रखा गया है।’ उन्होने कहा कि, ‘कल हमने 162 विधायकों को हमने आपके सामने पेश किया था, वास्तविकता हम कल शाम 5 बजे सिद्ध भी कर देंगे। हम देवेंद्र फडणवीस से आग्रह करते हैं वह आज ही राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दें।’