नई दिल्ली। उत्तराखंड के जंगल आग से धधक रहे हैं। हालात इस कदर बेकाबू हो रहे हैं कि नैनीताल के जंगलों में लगी आग रिहायशी हाईकोर्ट कॉलोनी तक पहुंची गई है। जिस कारण से अब सेना को आग बुझाने में लगाया गया है। सेना के हेलीकाप्टर द्वारा जंगलों में पानी की बौछार से आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में बैठक बुलाई है। 24 घंटे में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जंगलों में आग लगने की 31 नई घटनाएं हुईं। जिनमें लगभग 33 हेक्टेयर वन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा।
#WATCH | Nainital: The Uttarakhand government is working to extinguish forest fires in Nainital with the help of the Army's MI 17 helicopters. https://t.co/AKbCmU9jMB pic.twitter.com/dL7EzGBcZC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 27, 2024
आग बुझाने के लिए नैनीताल और भीमताद झील से पानी लिया जाएगा। नैनीताल के कुमाऊं जंगल में भी आग के कारण काफी तबाही हुई है। मंगोली, बलदियाखान, खुरपाताल, ज्योलिकोट, देवीधुरा, पाइंस, भीमताल मुक्तेश्वर और भवाली के जंगलों को भी आग ने अपनी चपेट में ले रखा है। आग के कारण अभी तक राजस्व को लगभग 14 लाख रुपए की क्षति पहुंची है। प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को अलर्ट रहने और एक-दूसरे के साथ कोऑर्डिनेशन के साथ काम करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री खुद इस पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए हैं। इस बीच, जखोली और रुद्रप्रयाग के दो अलग-अलग क्षेत्रों में जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। गिरफ्तार लोगों में एक भेड़पालक नरेश भट्ट ने कहा कि उसने अपनी भेड़ों के चारे के लिए नई घास उगाने के लिए सूखी घास में आग लगाई थी।