दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के चुनावी संकल्प पत्र पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में साफ तौर पर यह कबूल किया है कि अगर उनकी सरकार बनी, तो दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी स्कूलों में दी जा रही मुफ्त शिक्षा और इलाज बंद कर दिए जाएंगे। केजरीवाल ने बीजेपी पर यह भी आरोप लगाया कि पार्टी दिल्ली के लोगों से मिलने वाली सारी सुविधाएं छीनने का इरादा रखती है।
मुफ्त शिक्षा और इलाज पर बीजेपी का बड़ा बयान
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के संकल्प पत्र को खतरनाक बताते हुए कहा, “बीजेपी ने खुद कबूल किया है कि वह दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक बंद कर देंगे, जहां गरीब लोग मुफ्त इलाज कराते हैं। इसके अलावा, दिल्ली के सरकारी स्कूलों में दी जा रही मुफ्त शिक्षा को भी खत्म कर देंगे। ये लोग अब खुलेआम अपनी मंशा बता रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी कह रही है कि अगर वह दिल्ली में सत्ता में आई, तो वे मुफ्त इलाज, मुफ्त शिक्षा, फ्री बिजली, फ्री पानी और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जैसी योजनाओं को बंद कर देंगे। इस पर केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वह बीजेपी को वोट देने से पहले सोच-समझकर फैसला लें, क्योंकि यह पार्टी उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को मुश्किल बना सकती है।”
बीजेपी का संकल्प पत्र और केजरीवाल की चेतावनी
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के संकल्प पत्र के दूसरे हिस्से का भी विरोध किया, जिसमें कहा गया था कि सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने यह आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग अब खुलकर यह कह रहे हैं कि वे दिल्ली के 18 लाख बच्चों की मुफ्त शिक्षा को रोक देंगे। केजरीवाल ने कहा, “आज दिल्ली में 18 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों में मुफ्त पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वे इन बच्चों का भविष्य खतरे में डाल देंगे।”
केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को चेतावनी देते हुए कहा, “अगर बीजेपी को सत्ता में आने दिया, तो आपको बच्चों की शिक्षा पर हजारों रुपये खर्च करने पड़ेंगे। आज जो सरकारी स्कूलों में बच्चों की मुफ्त शिक्षा हो रही है, वो बंद कर दी जाएगी।”
मोहल्ला क्लीनिक बंद करने से बढ़ेगा खर्च
केजरीवाल ने आगे कहा, “दिल्ली के लोग मोहल्ला क्लीनिक में जाकर मुफ्त इलाज कराते हैं। अगर बीजेपी सत्ता में आई, तो यह भी बंद कर दिया जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि अब लोगों को प्राइवेट डॉक्टरों के पास जाना पड़ेगा, जिससे इलाज के खर्च में काफी बढ़ोतरी होगी। साधारण सी बीमारी में भी प्राइवेट डॉक्टर के पास जाने पर 600-700 रुपये तो खर्च हो ही जाएंगे। अगर मोहल्ला क्लीनिक बंद कर दिए गए तो कम से कम 5-7 हजार रुपये का अतिरिक्त खर्च हर परिवार पर पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर दिल्ली के लोग बीजेपी को वोट देते हैं, तो उनका हर महीने 15 हजार रुपये का अतिरिक्त खर्चा बढ़ जाएगा, क्योंकि मुफ्त इलाज और शिक्षा के अलावा अन्य योजनाएं भी बंद कर दी जाएंगी।
बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के संकल्प पत्र को लेकर कहा, “बीजेपी ने अपनी असल मंशा अब जनता के सामने रख दी है। यह पार्टी दिल्लीवासियों से उनकी सबसे अहम सुविधाएं छीनने का इरादा रखती है। मुझे खुशी है कि बीजेपी ने अपनी खतरनाक मंशा खुद ही उजागर कर दी है। अब दिल्लीवासी यह समझ चुके होंगे कि यह पार्टी उनकी जिंदगी को और भी मुश्किल बना सकती है।”
क्या होगा अगर बीजेपी सत्ता में आई?
केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को चेतावनी दी कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो उन्हें न सिर्फ शिक्षा और इलाज, बल्कि अन्य सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में अगर किसी ने बीजेपी को वोट दिया, तो उन्हें बाद में पछताना पड़ेगा क्योंकि उनका हर महीने का बजट गड़बड़ा जाएगा।
केजरीवाल ने यह भी कहा, “अगर बीजेपी सत्ता में आई तो दिल्लीवाले पूरी तरह से निचोड़े जाएंगे। इसके बाद उन्हें हर चीज के लिए पैसे देने होंगे। दिल्ली सरकार की जो योजनाएं लोगों को राहत दे रही हैं, उन्हें बीजेपी खत्म कर देगी।”