चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व CM अमरिंदर सिंह ने बुधवार यानी आज आगामी वर्ष के प्रारम्भ में होने वाले विधानसभा चुनावों से पूर्व अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि दल के नाम का ऐलान चुनाव आयोग से परामर्श करने के पश्चात की जाएगी। अमरिंदर सिंह की पार्टी भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन करेगी।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (@capt_amarinder) ने बुधवार को अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने करने की घोषणा कर दी है। #Punjab pic.twitter.com/izkbthDMBD
— IANS Hindi (@IANSKhabar) October 27, 2021
पूर्व CM ने मीडिया से कहा कि वह प्रदेश से जुड़े मुद्दों को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेट करेंगे। हाल के दिनों में उनसे यह उनकी तीसरी मुलाकात होगी।
दो बार के पूर्व CM ने भारत-पाकिस्तान सीमा के 50 किलोमीटर तक BSF की तैनाती का समर्थन करते हुए कहा कि यह प्रदेश की सुरक्षा के लिए जरुरी है।
कांग्रेस से इस्तीफे पर उन्होंने उत्तर दिया कि मैं बीते 52 साल से कांग्रेस में हूं। अगर मैं अगले 10 दिनों के लिए इस्तीफा नहीं देता हूं, तो इसमें क्या हर्ज है।
इससे पूर्व, अपने पूर्व कांग्रेस सहयोगियों द्वारा व्यक्तिगत हमलों का उत्तर देते हुए, अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा था कि व्यक्तिगत हमलों के पश्चातअब वे लोग पटियाला और अन्य स्थानों पर मेरे समर्थकों को धमका रहे है और उनको परेशान कर रहे है।
मैं अपने विरोधियो को बता दूं कि वे मुझे इस प्रकार के निम्न-स्तरीय राजनीतिक खेलों के जरिए मुझे नहीं हरा सकते है। वे इस प्रकार की रणनीति से न तो वोट जीत पाएंगे और न ही लोगों का दिल।
उन्होंने कहा कि जो लोग मेरे साथ खड़े हैं, वह इन तब कृत्यों का उत्तर इसलिए नहीं देते है, क्योंकि वे पंजाब की शांति और विकास में विश्वास करते हैं और काम करना जारी रखना चाहते हैं। वे डराने-धमकाने या उत्पीड़न के इस प्रकार के छोटे-छोटे कृत्यों से नहीं डरेंगे। हम पंजाब के भविष्य के लिए लड़ना जारी रखेंगे।
कांग्रेस को औपचारिक रूप से छोड़ते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह शीघ्र ही लोगों के हितों की सेवा के लिए अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करेंगे। इनमें वे किसान भी शामिल हैं जो एक वर्ष से ज्यादा वक्त से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसानों के मुद्दों को उनके हित में हल किया जाता है, तो उन्हें प्रदेश में आगामी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ सीट बंटवारे की व्यवस्था की आशंका है।
पूर्व CM ने कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक कि वह अपने लोगों और अपने प्रदेश का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेते।
अपने इस्तीफे के पश्चात, अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि वह BJP में शामिल हो सकते हैं।
अमरिंदर सिंह ने पहले भी एक ट्वीट किया था, पंजाब को आंतरिक और बाहरी खतरों से राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षा की आवश्यकताहै। मैं अपने लोगों से वायदा करता हूं कि शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैं हर संभव कोशिश करूंगा।
CM पद से इस्तीफा देने के पश्चात से अमरिंदर सिंह राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर सार्वजनिक रूप से यह कहकर निशाना साध रहे हैं कि वह CMपद के लिए अपने संभावित उत्थान के लिए डटकर मुकाबला करेंगे और देश को इस प्रकार के खतरनाक व्यक्ति से बचाने के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया है कि गांधी भाई-बहन (प्रियंका और राहुल) काफी अनुभवहीन है और उनके सलाहकार साफ तौर से उन्हें गुमराह कर रहे है।
अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस के अंदर महीनों तक चले संघर्ष के पश्चात 18 सितंबर को CM पद से इस्तीफा दे दिया था।