भारत और पाकिस्तान ने अभी 3 दिन पहले अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया हैं। दोनों देश एक साथ 1947 में अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुए। लेकिन आज भारत 8 दशक बाद जहां विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। वहीं पाकिस्तान दाने-दाने के लिए मोहताज है। पाकिस्तान की हालत को देखते हुए उसके सदाबहार दोस्त चीन ने उसे भारत से सीखने के लिए कहा है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब पाकिस्तान के नेता या उसके दोस्त उसे भारत से सीखने की सलाह दे रहे हैं। इससे पहले भी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कई मौकों पर भारत की और उसकी विदेश नीति की जमकर तारीफ की हैं।
पाकिस्तान को ये नसीहत चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्परेरी इंटरनेशनल रिलेशंस के इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज के निदेशक हु शिशेंग ने बीजिंग में दी हैं। उन्होंने पाकिस्तान के एक कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बोलते हुए कहा है कि पाकिस्तान को भारत की तरफ देखना चाहिए और उनसे सीखना चाहिए। भारत के विकास पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे एक साथ आजाद हुए दोनों देशों में आज एक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है तो वहीं पाकिस्तान आज कर्ज के दलदल में धंस चुका है।
चीनी विशेषज्ञ हु शिशेंग ने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात मॉडल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत का यह तीव्र विकास मुख्य रूप से गुजरात मॉडल पर आधारित है। पाकिस्तान इस तरह का विकास क्यों नहीं कर पाया। इस दौरान चीनी विशेषज्ञ ने पाकिस्तान को सुझाव देते हुए कहा कि पाकिस्तान को नई योजनाएं शुरू करने की बजाय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर ही ध्यान देना चाहिए और उन्हें पुनर्जीवित करना चाहिए। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे बेकार न रहें।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने वित्तीय घाटे को दूर करने के साथ ही नया कर्ज नहीं लेने के लिए कहा। उन्होंने पाकिस्तान में चल रहे कारोबार को सुधारने व इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने की बात कही। साथ ही कहा कि इसके लिए उसे भारत की तरह आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना होगा और इस क्षेत्र में उसे तेजी से काम करना होगा।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता या उसका कोई दोस्त उसे उसे भारत से सीखने की सलाह दे रहे हैं। इससे पहले भी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कई मौकों पर भारत की और उसकी विदेश नीति की जमकर तारीफ की हैं। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के और शहबाज शरीफ की कई बार तुलना कर चुके हैं। इमरान खान ने भारत की तारीफ करते हुए कहा था कि भारत में जो नई टेक्नोलॉजिकल रिवोल्यूशन है आईटी की, हिंदुस्तान उसमें बीस साल पहले किधर था और आज उसकी एक्सपोर्ट देंखे और आज हमें देखें। भारत हमसे कहीं आगे है। भारत के आईटी सेक्टर ने बेइंतहा तरक्की की है।