गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के महंत और फायरब्रांड हिंदू संत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की कोशिश की गई है. हालांकि इस हमले में उनको कोई चोट नहीं आई है. बताया जा रहा है कि महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करने आए दो संदिग्ध युवकों को उनके सेवादारों ने गिरफ्तार कर लिया, जिनके कब्जे से तीन सर्जिकल ब्लेड और आपत्तिजनक दवाएं बरामद की गई हैं. आपको बता दें कि महंत नरसिंहानंद सरस्वती को कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं.
बताया जा रहा है कि ये दोनों संदिग्ध युवक अपने आपको हिंदू बता कर मंदिर में दाखिल हुए थे. रात 9 बजे मंदिर में घुसे थे. आरोप है कि इन संदिग्ध युवकों ने महंत नरसिंहानंद सरस्वती को मारने की कोशिश की. हालांकि उससे पहले ही सेवादारों ने उनको गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लिया और पूछताछ जारी रही है.
इससे पहले 15 दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने कश्मीर से आए हमलावर को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश के आरोप में कश्मीर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ था. सूत्रों ने बताया था कि आरोपी को नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट मिला था, जो पाकिस्तान में बैठे जैश एक मोहम्मद के एक आतंकी ने दिया था. बताया गया कि यह संदिग्ध आतंकी साधु के वेश में जाकर नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करना चाहता था. इसके पास से पिस्टल और मैगजीन बरामद की गई थीं.
सूत्रों ने बताया था कि संदिग्ध आतंकी जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर एक कारपेंटर है. उसे पाकिस्तान में बैठे आबिद नाम के आतंकी ने हत्या की सुपारी दी थी. महंत नरसिंहानंद सरस्वती का वीडियो दिखा कर उनकी हत्या के लिए उकसाया गया था. हालांकि इस साजिश को अंजाम देने के पहले ही यह संदिग्ध आतंकी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. हालांकि आपको याद हो कि कुछ दिनों पहले यति नरसिंहानंद सरस्वती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कथित तौर पर वह पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते नजर आए थे. इसके बाद से नरसिंहानंद सरस्वती को लगातार धमकियां भी मिल रही थीं.