दिल्ली महिला आयोग की प्रेसिडेंट स्वाति मालीवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर गाजियाबाद सामूहिक दुष्कर्म मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने इसके लिए एक हाई लेवल कमेटी गठित करने की भी अपील की है। मालीवाल ने घटनाक्रम को चौंकाने वाला और परेशान करने वाला बताया है। उन्होंने कहा है कि पीड़िता को किसने घाव पहुंचाया और उसके गुप्तांग में लोहे की रॉड जैसी चीज डालने के लिए कौन जिम्मेदार था, जिसे GTB हॉस्पिटल में डाक्टरों ने निकाला था। वहीं, यदि यह सिद्ध हो जाता है कि युवती साजिश रचने में शामिल थी और पीड़ित नहीं है तो उसके विरुद्ध भी IPC की धारा 182 के तहत कार्यवाही होनी चाहिए
DWC की प्रेसिडेंट स्वाति मालीवाल ने कहा कि गाजियाबाद वाली युवती की MLC गंभीर चोटों को प्रदर्शित करती है। जिसमें कहा गया है कि वह रस्सियों से बांधी गई थी। गर्दन और जांघों पर चोट थी और रक्त बह रहा था। उसके बॉडी से 5-6 सेंटीमीटर की लोहे की रॉड निकाली गई थी। हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को नोटिस तलब किया था। हालांकि उन्होंने दावा किया है कि मामला बेबुनियाद है। ये परेशान करने वाला और काफी चकित करने वाला है।
ग़ाज़ियाबाद केस में UP CM को पत्र भेजा है। मामले की जाँच हाई लेवल कमिटी से करवाने की माँग की है। UP पुलिस का दावा है की केस फ़र्ज़ी है। कमिटी द्वारा अगर ये सच पाया जाता है तो लड़की पे सख़्त से सख़्त कार्यवाही होनी चाहिए। pic.twitter.com/zWCHEpqtIO
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) October 22, 2022
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी को लेटर भेजकर केस की इन्वेस्टिगेशन के लिए एक हाई लेवल कमेटी गठित करने की अपील की है। साथ ही कहा है कि यदि असल में ये सिद्ध हो जाता है कि युवती ने संपत्ति विवाद निपटाने के लिए जाली केस दर्ज किया है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।