गाजियाबाद: गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में बुजुर्ग के साथ मारपीट और अभद्रता का वीडियो वायरल हुआ था. अब इस मामले में पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ट्विटर के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है. यूपी पुलिस ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है, जब इस मसले ने सियासी रंग ले लिया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में एक बुजुर्ग की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ था. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले ने सियासी रंग ले लिया. राहुल गांधी ने ट्वीट कर सवाल खड़े किए तो सीएम योगी ने पलटवार कर राहुल गांधी को हिदायत दे दी कि यूपी को बदनाम न करें. अब यूपी पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई है. पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है. इससे पहले गाजियाबाद पुलिस ने कहा था कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच की गई.
सोशल मीडिया पर बुज़ुर्ग के साथ मारपीट और अभद्रता, दाढ़ी काटने के वायरल वीडियो की जांच में यह पाया गया कि पीड़ित अब्दुल समद 5 जून को बुलंदशहर से लोनी बॉर्डर के बेहटा आया था. अब्दुल समद वहां से एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य आरोपी प्रवेश गुज्जर के घर बंथला गया था. पुलिस के मुताबिक परवेश के घर पर कुछ समय में कल्लू, पोली, आरिफ, आदिल और मुशाहिद आदि लड़के आ गए और परवेश के साथ मिलकर अब्दुल समद के साथ मारपीट शुरु कर दिया. उनके मुताबिक अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता है और उसके दिए ताबीज से उनके परिवार पर उल्टा असर हुआ था. इस वजह से उन्होंने ये कार्य किया.
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक अब्दुल समद और प्रवेश, आदिल, कल्लू एक दूसरे से पहले से ही परिचित थे. अब्दुल समद ने गांव में कई लोगों को ताबीज दिए थे. पुलिस ने ये भी बताया था कि इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मुख्य अभियुक्त प्रवेश गुज्जर, कल्लू और आदिल को गिरफ्तार कर लिया है. बता दे कि इस मामले ने सियासी रंग भी ले लिया है और गलत तथ्य के साथ बुजुर्ग से मारपीट के वायरल विडियो मामले में ट्वीटर समेत 11 पर मुकदमा हुआ है. अन्य पर जांच अभी भी जारी है, ट्वीटर पर विडियो में गलत तथ्य की जानकारी के बाद विडियो को नही हटाने का आरोप है.