पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई पॉलिटिकल पार्टी की घोषणा कर दी है. उनके दल का नाम ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ होगा. इस अवसर पर उन्होंने अपनी नई पार्टी के झंडे का उद्घाटन भी किया किया. उन्होंने झंडे के तीन रंगों के बारे में बताते हुए कहा, “सरसों का रंग रचनात्मकता और विविधता में एकता को इंगित करता है, सफेद शांति को इंगित करता है और नीला स्वतंत्रता, खुली जगह, कल्पना और समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक की सीमाओं को इंगित करता है.”
Jammu | Ghulam Nabi Azad announces the name of his new party – 'Democratic Azad Party'
He resigned from the Congress party on August 26th. pic.twitter.com/xKKrVYMvOd
— ANI (@ANI) September 26, 2022
दल के नाम को लेकर आजाद ने कहा, ‘मेरी नई पार्टी के लिए लगभग 1,500 नाम हमें उर्दू, संस्कृत में भेजे गए थे। हिन्दी और उर्दू का मिश्रण ‘हिन्दुस्तानी’ है. हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो.’
Jammu | Ghulam Nabi Azad unveils the flag of his new 'Democratic Azad Party'
Says, "Mustard colour indicates creativity & unity in diversity, white indicates peace & blue indicates freedom, open space, imagination & limits from the depths of the ocean to the heights of the sky." pic.twitter.com/35CPshU3sL
— ANI (@ANI) September 26, 2022
Around 1,500 names for my new party were sent to us, in Urdu, Sanskrit. The mix of Hindi & Urdu is 'Hindustani'. We want the name to be democratic, peaceful & independent: Ghulam Nabi Azad, in Jammu pic.twitter.com/o5L8nUyq4G
— ANI (@ANI) September 26, 2022
गौरतलब है कि कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने लगभग 50 सालों के बाद 26 अगस्त को पार्टी को छोड़ा और दावा किया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ‘समग्र रूप से नष्ट हो चुकी है’ और इसका नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर ‘धोखा दे रहा है.’
गुलाम ने दल के नेता राहुल गांधी पर ‘अपरिपक्व और बचकाने व्यवहार’ का भी आरोप लगाया और कहा कि अब सोनिया गांधी नाममात्र की नेता रह गई हैं क्योंकि निर्णय राहुल गांधी के ‘सुरक्षाकर्मी और निजी सहायक’ लेते हैं.