बीजेपी के फायरब्रांड नेता और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह 18 अक्टूबर 2024 से बिहार में हिंदू स्वाभिमान यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। इस यात्रा का पहला चरण भागलपुर से शुरू होगा और 22 अक्टूबर को किशनगंज में समाप्त होगा। गिरिराज सिंह का कहना है कि यह यात्रा देश में हिंदुओं को एकजुट करने के लिए बेहद आवश्यक है।
हिंदुओं को एक करने की जरूरत
गिरिराज सिंह ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए कहा, “हिंदुस्तान अब यह सहन नहीं करेगा। पाकिस्तान में हिंदुओं की संख्या 22 प्रतिशत से घटकर 1 प्रतिशत हो गई है। अगर बंटवारे के समय सभी मुसलमान पाकिस्तान चले जाते, तो हमें जुलूस में पत्थर नहीं खाने पड़ते।”
उन्होंने कहा, “हमने आज तक तजिया में एक पत्थर नहीं फेंका है, लेकिन हमारे दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के विसर्जन पर पत्थर फेंके जाते हैं। मैं ‘बंटोगे तो कटोगे’ का संदेश देना चाहता हूं और संगठित और सशक्त हिंदू का संदेश फैलाना चाहता हूं।”
मुस्लिम बहुल इलाकों का दौरा
गिरिराज सिंह का यह यात्रा कार्यक्रम बिहार विधानसभा चुनाव से पहले का है। वे भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का दौरा करेंगे। राजनीतिक जानकार इसे बीजेपी की रणनीति के तौर पर देख रहे हैं।
बीजेपी और आरएसएस के बढ़ते बयान
हाल ही में पीएम मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत समेत बीजेपी के कई दिग्गज नेता हिंदुओं को एकजुट होने का आह्वान कर रहे हैं। पिछली लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 400 सीटों का लक्ष्य रखा था, लेकिन पार्टी 240 सीटों पर ही सिमट गई। ऐसे में हिंदू वोटरों के समर्थन की कमी के कारण बीजेपी बार-बार हिंदुओं के एक होने की बात कर रही है।