उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के गैंगस्टर विनोद उपाध्याय को यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार तड़के एनकाउंट में मार गिराया है. विनोद उपाध्याय पर एक लाख रुपये का ईनाम रखा गया था. बताया जा रहा है कि यूपी एसटीएफ को विनोद उपाध्याय के सुल्तानपुर में होने की खबर मिली थी.
जानकारी के बाद यूपी एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची जिसके बाद विनोद उपाध्याय ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद यूपी एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान गैंगस्टर को गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
Uttar Pradesh: Gorakhpur Police declared Vinod Upadhyaya, a mafia carrying a reward of rupees one lakh critically injured in an STF operation to nab him. The encounter took place around 3:30 am in district Sultanpur. The STF team was led by DySP Deepak Singh: STF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2024
बता दें कि विनोद उपाध्याय उत्तर प्रदेश का कुख्यात शार्प शूटर और माफिया था. गोरखपुर पुलिस ने विनोद पर पिछले साल सितंबर में एक लाख रुपये का ईनाम भी रखा था. पुलिस को कई मामलों में विनोद उपाध्याय की तलाश थी. जानकारी के मुताबिक, विनोद उपाध्याय पर गोरखपुर के अलावा बस्ती, संत कबीर नगर, लखनऊ समेत अन्य राज्यों में अलग-अलग धाराओं में मामले दर्ज थे, जिसमें हत्या जैसे संगीन मामले शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, विनोद उपाध्याय को ढेर करने वाली यूपी एसटीएफ की टीम की कमान एसटीएफ मुख्यालय के डिप्टी एसपी दीपक सिंह संभाल रहे थे. फिलहाल, विनोद के शव को नजदीकी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है.
बता दें कि गैंगस्टर विनोद उपाध्याय के खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 35 से अधिक मामले दर्ज थे. एसटीएफ समेत गोरखपुर क्राइम ब्रांच की टीम विनोद उपाध्याय की तलाश में जुटी थी. बताया जा रहा है कि मारा गया गैंगस्टर विनोद उपाध्याय अयोध्या के पुरवा इलाके का रहने वाला था. बता दें कि प्रयागराज में पिछले साल अतीक और अशरफ हत्याकांड के बाद यूपी सरकार ने राज्य के 61 माफिया और बाहुबलियों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें विनोद उपाध्याय का नाम था.