गोरखपुर: अपनी मांगों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रहीं बीटीसी प्रशुक्षओं की पुलिस से भिड़ंत हो गई. प्रदर्शनकारी बीटीसी की निरस्त परीक्षा एक सप्ताह के भीतर फिर से कराने और नवंबर महीने में प्रस्तावित टीईटी परीक्षा की तारीख एक महीने बढ़ाने की मांग को लेकर मुख्य मंत्री से मिलने गोरखनाथ मंदिर जा रहे थे. पुलिस ने इस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. वाटर कैनन के कारण मची अफरातफरी में एक प्रशिक्षु के पैर में चोट भी आई है. पानी को बौछार करने से महिला प्रशिक्षुओं में काफी नाराज़गी दिखी.
बातचीत से बनी बात
पानी की बौछारों का भी जब महिला प्रशिक्षुओं पर असर नहीं पड़ा तो पुलिस ने बातचीत का सहारा लिया. बातचीत के दौरान मुकदमा दर्ज करने, गिरफ्तार करने का डर भी दिखाया गया लेकिन कोई असर नहीं हुआ. काफी देर मान मनौव्वल के बाद प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाने पर सहमति बनी. कुछ महिला प्रशिक्षुओं को महिला थाने भी लाया गया, लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया गया.
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क्यों नाराज हैं बीटीसी प्रशिक्षु ?
इसके बाद छह छात्र-छात्राओं के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाने के आश्वासन पर बात बनी. दरअसल बीटीसी 2015 के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा आठ से 10 अक्टूबर तक होनी थी. आठ तारीख को ही सोशल मीडिया पर सभी आठ प्रश्नपत्र लीक हो गए. इसके बाद परीक्षा निरस्त कर दी गई लेकिन अगली तारीख की घोषणा नहीं हो सकी. परीक्षा के बारे में कोई जानकारी न मिलने पर उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने की योजना बनाई. इनमें डायट के साथ निजी बीटीसी कॉलेजों के प्रशिक्षु भी थे.