अमरीकी मोबाईल निर्माता कंपनी एप्पल ने मंगलवार को देशभर के करीब आधा दर्जन नेताओं को अलर्ट मैसेज भेजा है। कंपनी की तरफ से भेजे गए मैसेज में उन्हें चेतावनी दी गई है कि उनके आईफोन को ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स’ के जरिए निशाना बनाया गया है। विपक्ष के नेताओं द्वारा जब उनके फोन टेप करने का आरोप लगाया तो पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने सफाई दी। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष के आरोप को बेबुनियाद बताने के साथ ही नेताओं को एप्पल कंपनी से सफाई मांगने की सलाह दे डाली।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सरकार पर लगाए जा रहे आरोप को बिल्कुल बेबुनियाद और गलत बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन नेताओं को एप्पल से सफाई मांगनी चाहिए कि यह किस तरह का मैसेज है और कंपनी के जवाब से असंतुष्ट होने पर एफआईआर करवानी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर भड़कते हुए कहा कि इन नेताओं को एफआईआर करने से कौन रोक रहा है ? यह क्या मैसेज है और क्यों भेजा गया है, इसके बारे में तो एप्पल कंपनी ही सफाई दे सकती है ?
उन्होंने जासूसी के बहाने शशि थरूर पर निशाना साधे हुए कहा कि वह तो स्वयं आईटी से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं, वह इस मामले में एप्पल कंपनी से क्लेरिफिकेशन क्यों नहीं मांगते हैं ? प्रसाद ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर ये नेता एप्पल की सफाई से संतुष्ट नहीं होते हैं तो जाकर एफआईआर करवाएं। प्रसाद ने इन नेताओं के आरोपों को राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों के समान बताते हुए कटाक्ष किया कि यह इस तरह का मामला लग रहा है जैसे राहुल गांधी ने देश भर में हल्ला मचाया था कि पेगासस से उनके फोन की जासूसी हो रही है लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अपना फोन जांच कमेटी को जांच के लिए देने को कहा तो उन्होंने नहीं दिया।