राज्यपाल ने डिनर तो सीएम ने मीटिंग के लिए बुलाया, IAS अधिकारी उलझन में
उत्तर प्रदेश के आईएएस अधिकारी आईएएस वीक मना रहे हैं. लेकिन इसी बीच अधिकारियों के सामने अजीब सी स्थिति पैदा हो गई है. राज्यपाल राम नाईक ने शिक्षा और गृह विभागों के सभी यूपी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को डिनर पर बुलाया था. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सभी अधिकारियों की मीटिंग बुला ली है. ऐसे में अधिकारियों के सामने दुविधा की स्थिति बनी हुई है.
पहले मीटिंग फिर डिनर
प्रदेश में यूपी सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाले हैं. इसे देखते हुए सीएम ने तैयारियों की समीक्षा के लिए शनिवार को शाम 6-7 के बीच मीटिंग बुलाई है. तो वही राज्यपाल का डिनर शाम 7 बजे का है. ऐसे में अधिकारियों के लिए मीटिंग के बाद डिनर के लिए पहुंचना मुश्किल होगा. सूत्रों की माने तो आईएएस एसोसिएशन ने सीएम को मीटिंग बाद में कराने के लिए शुक्रवार तक मनाने की कोशिश की.
दूसरी ओर आईएएस वीक प्रोग्राम में आए अधिकारियों ने बताया कि जब वे शुक्रवार दोपहर को सीएम आवास पर टेक्निकल सेशन के लिए पहुंचे तो उन्हें शनिवार की मीटिंग के बारे में पता चला. ऐसे में कई अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इतनी जल्दी मीटिंग कराए जाने की जरूरत समझ में नहीं आई, जिसके लिए उन्हें प्रोग्राम के बीच में ही अपने-अपने जिलों में वापस लौटना पड़ेगा.
विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी मीटिंग
विडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे सीएम. अधिकारियों को यह समझ नहीं आ रहा है कि अगर सीएम 3 फरवरी को लखनऊ में नहीं हैं तो मीटिंग शनिवार की जगह 4 या 5 फरवरी को की जा सकती थी. 3-4 दिन के लिए आईएएस वीक में हिस्सा लेने लखनऊ आए अधिकारियों को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग के लिए वापस जाना पड़ेगा.
IAS वीक की वजह से नहीं रुकेंगे काम
मुख्यमंत्री की टीम का कहना है कि आईएएस वीक की वजह से सरकार का कामकाज नहीं रुक सकता. एक अधिकारी ने कहा कि अगर डीएम और कमिश्नर राज्यपाल के डिनर में नहीं पहुंचेंगे तो राज्यपाल के शेड्यूल पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यूपी में हर साल IAS वीक मनाया जाता है जिसमें यूपी काडर के करीब 500 अधिकारी मिलते हैं. कई तरह की चर्चाएं होती हैं, मनोरंजक कार्यक्रम होते हैं. इस बार गुरुवार को आर्ट और फोटोग्राफी कॉम्पिटशन के साथ इस वीक की शुरुआत हुई.