वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार के बाद भारतीय टेस्ट टीम में कई बड़े बदलाव करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए कुछ युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। लगातार खराब प्रदर्शन की वजह से चेतेश्वर पुजारा का पत्ता काटते हुए कुछ नए चेहरे टीम में शामिल किए गए हैं। अजिंक्य रहाणे एक बार फिर टीम में जगह बरकरार रखने में सफल रहे हैं, लेकिन हनुमा विहारी को एक बार फिर नजरअंदाज किया गया है। लगातार अनदेखी से नाराज हनुमा विहारी का दर्द अब बाहर आया है। उन्होंने खुद को टीम से बाहर रखने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, हनुमा विहारी ने भारत के लिए आखिरी मैच जुलाई 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस बात को एक साल गुजर चुका है, लेकिन हनुमा टीम से लगातार बाहर चल रहे हैं। दलीप ट्रॉफी फाइनल मुकाबले से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका दर्द फूट पड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे अभी भी ये नहीं पता कि आखिर क्यों मुझे टीम से बाहर किया गया। मुझे जब भी मौका मिला, मैंने बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास किया। बता दें कि दलीप ट्रॉफी में हनुमा विहारी दक्षिण जोन के कप्तान हैं। उनकी टीम 12 जुलाई को वेस्ट जोन से फाइनल खेलेगी।
बता दें कि हनुमा ने इससे पहले पीटीआई से कहा था कि जब 35 वर्षीय अजिंक्य रहाणे टीम में वापसी कर सकते हैं तो वह क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि टीम से बाहर किए जाने पर मानसिकता पर असर होता है, लेकिन वह कभी उम्मीद नहीं छोड़ेंगे। हनुमा ने कहा कि अभी मैं सिर्फ 29 साल का हूं और मुझमें काफी क्रिकेट बाकी है।
हनुमा विहारी ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट डेब्यू 7 सितंबर 2018 को केनिंगटन ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ किया था। उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मुकाबला भी इंग्लैंड के खिलाफ ही एजबेस्टन में जुलाई 2022 में खेला था। हनुमा विहारी ने टीम इंडिया के लिए अभी तक 16 टेस्ट में 33.56 के औसत से 839 रन बना चुके हैं। उनके बल्ले से 1 शतक और 5 अर्धशतक भी निकले हैं। इसके साथ ही उन्होंने पांच विकेट भी हासिल किए हैं।