दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब 10 दिन से भी कम का वक्त रह गया है और इस दौरान सियासी पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में पीछे नहीं हैं। सोमवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी शासित हरियाणा सरकार पर एक बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हरियाणा सरकार यमुना के पानी को जानबूझकर जहरीला बना रही है, ताकि दिल्ली में पानी की समस्या खड़ी हो। इस आरोप के बाद हरियाणा सरकार ने केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है और साथ ही चुनाव आयोग से भी इस मामले की शिकायत करने की योजना बनाई है।
केजरीवाल और आतिशी के आरोपों पर हरियाणा सरकार का कड़ा जवाब
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार साजिश के तहत यमुना के पानी में प्रदूषण बढ़ा रही है। सीएम आतिशी ने दावा किया कि बीजेपी शासित हरियाणा सरकार जानबूझकर यमुना में अमोनिया मिला रही है, जिससे दिल्ली को पीने के पानी की गंभीर समस्या पैदा हो रही है। उनका कहना था कि इस गंदे पानी की वजह से दिल्ली के तीन प्रमुख वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने के कगार पर हैं, जिससे 30 फीसदी दिल्लीवासियों को पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा।
आतिशी ने यह भी कहा कि बीजेपी के इस षड्यंत्र को विफल करने के लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार है और किसी भी हाल में दिल्लीवासियों को पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी।
हरियाणा सरकार का जवाब: मानहानि का नोटिस और चुनाव आयोग से शिकायत की तैयारी
इन आरोपों के बाद हरियाणा सरकार की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा सरकार ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा, बीजेपी के सीनियर नेता चुनाव आयोग के पास जाकर इस मामले की औपचारिक शिकायत करने की योजना बना रहे हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले में कहा कि केजरीवाल को अपने मुख्य सचिव को भेजकर यमुना के पानी की गुणवत्ता की जांच करवानी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
यमुना के पानी में प्रदूषण: क्या है सच?
दिल्ली जल बोर्ड ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यमुना के पानी में बढ़ते अमोनिया के लेवल को लेकर उनके दावे तथ्यों के खिलाफ हैं। बोर्ड का कहना है कि सर्दियों में यमुना में पानी का प्रवाह कम हो जाता है और इस दौरान अनट्रीटेड सीवेज पानी में मिलकर अमोनिया की मात्रा बढ़ा देता है। मानसून के बाद सर्दियों में यह समस्या अधिक गंभीर हो जाती है, लेकिन यह कोई साजिश नहीं है।
क्या है आम आदमी पार्टी का आरोप?
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। सीएम आतिशी का कहना था कि हरियाणा सरकार जानबूझकर यमुना के पानी को प्रदूषित कर रही है, ताकि दिल्ली में पानी की किल्लत पैदा हो। उनका कहना था कि इस प्रदूषण से दिल्ली के तीन प्रमुख वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने के कगार पर हैं। सीएम आतिशी ने कहा, “दिल्ली में पानी की आपूर्ति में कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। हम सब दिल्लीवाले मिलकर इस साजिश को नाकाम करेंगे।”
दिल्ली जल बोर्ड का बयान
दिल्ली जल बोर्ड ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सर्दियों में यमुना में प्रदूषण का स्तर बढ़ना कोई नई बात नहीं है। इसका मुख्य कारण है अनट्रीटेड सीवेज का पानी यमुना में मिलना, जिसके कारण अमोनिया की मात्रा बढ़ जाती है। बोर्ड ने यह भी कहा कि यह समस्या समय-समय पर होती रहती है और इसे साजिश मानना गलत है।
आगे क्या होगा?
अब इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक हलकों में गर्मा-गर्मी जारी है। हरियाणा सरकार की तरफ से मानहानि का नोटिस भेजने और चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात सामने आ रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को चुनावी प्रचार में भुनाने की कोशिश कर रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का अंत किस दिशा में होता है और क्या सच में यमुना के पानी में कोई साजिश है या यह केवल एक राजनीतिक आरोप है।