राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना के टेस्ट के लिए चीन से आई रैपिट टेस्टिंग किट की गुणवत्ता अब भी सवालों के घेरे में हैं। इस बीच कोरोना टेस्टिंग के लिए केंद्र सरकार ने कोरियन किट को हरी झंडी दिखा दी है और हरियाणा सरकार को रैपिड टेस्ट करने की इजाजत भी दे दी है। मानेसर स्थित साउथ कोरियन कंपनी की ओर से हरियाणा सरकार को 25 हजार रैपिड किट मिली है, जिनका टेस्टिंग में इस्तेमाल किया जाएगा। ये रैपिड टेस्टिंग आज से शुरू की जा रही है।
हरियाणा में आज से शुरू होगी टेस्टिंग
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि गुरुवार ( 30 अप्रैल) से रैपिड टेस्ट शुरू करेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार से इजाजत भी मिल गई है। चीन की रैपिड टेस्टिंग किट में गड़बड़ी पाए जाने के बाद इसपर रोक लगा दी गई है, लेकिन हरियाणा पहले से ही साउथ कोरिया की कंपनी की टेस्टिंग किट का इस्तेमाल कर रहा था, जो कि मानेसर में बन रही थी।
हरियाणा सरकार को 25 हजार किट मिल चुकी है: विज
अनिल विज ने बताया कि साउथ कोरिया की कंपनी से हरियाणा सरकार को 25 हजार किट मिल चुकी है, जबकि जल्द ही और 75 हजार मिलने वाली हैं। टेस्टिंग की शुरुआत उन 11 हजार मरीजों से की जाएगी, जिनमें सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण मिले हैं। साथ ही, रेहडी, सब्जी फड़ी वालों, समाचार पत्र वितरकों, दूध वालों आदि की भी टेस्टिंग की जाएगी।
हरियाणा सरकार ने एक लाख रैपिड किट तैयार करने का दिया है ऑर्डर
बता दें कि साउथ कोरिया की कंपनी को हरियाणा सरकार ने एक लाख रैपिड किट तैयार करने का ऑर्डर दिया था। चीन के रैपिड किट पर पहले से ही हरियाणा सरकार को भरोसा नहीं था। इसके चलते अब साउथ कोरियन कंपनी पर भरोसा जताया गया है, कंपनी 25 हजार रैपिड टेस्ट किट की सप्लाई कर चुकी है। गुरुवार को टेस्टिंग की शुरुआत के साथ इन रैपिड टेस्ट किट की गुणवत्ता का भी टेस्ट किया जाएगा।
चीन की रैपिड किट पर कई राज्यों ने उठाए सवाल
हरियाणा के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कई प्रदेशों ने भी चीनी कंपनी के रैपिड किट की गणवत्ता पर सवाल उठाते हुए इसे फेल बताया था। इन शिकायतों क बाद इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने भी चीनी कंपनियों के रैपिड टेस्टिंग किट पर रोक लगा दी थी, जो अब भी जारी है।