नई दिल्ली। मणिपुर में पिछले एक साल से जारी हिंसा के बीच आज गृहमंत्री अमित शाह ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, आईबी चीफ तपन देका, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह तथा असम राइफल्स के डीजी प्रदीप चंद्रन नायर मौजूद रहे। माना जा रहा है कि गृहमंत्री ने इन सभी अधिकारियों से मणिपुर के ताजा हालात पर चर्चा की और हिंसा से निपटने का एक मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है।
उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मणिपुर में हिंसा फैलाने वाले उग्रवादियों के खिलाफ सरकार एक्शन ले सकती है। आपको बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने यह हाईलेवल मीटिंग ऐसे समय में बुलाई है जब हाल ही में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी मणिपुर में जारी हिंसा का मामला सार्वजनिक तौर पर उठाया था। नागपुर में संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि एक साल से मणिपुर शांति की राह देख रहा है। इससे पहले 10 साल शांत रहा। ऐसा लगा कि बंदूक का पुराना दौर समाप्त हो गया, और अचानक जो कलह वहां पर उपजी या उपजाई गई, उसकी आग में मणिपुर अभी तक जल रहा है, त्राहि-त्राहि कर रहा है। इस पर कौन ध्यान देगा? प्राथमिकता देकर उसका विचार करना, यह कर्तव्य है।