नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के कोरबा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर निशाना साधा। गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का एक सूत्र है झूठ बोलो, जोर से बोलो, सार्वजनिक रूप से बोलो और बार-बार बोलो।
गृहमंत्री बोले, मेरा आरक्षण से संबंधित फर्जी वीडियो बनाकर सर्कुलेट किया गया और ये भ्रम फैलाया जा रहा है कि मोदी को बहुमत मिला तो आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि मैं आज विश्वास दिलाता हूं कि बीजेपी सरकार न तो कभी एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म करेगी और जब तक संसद में बीजेपी का एक भी सदस्य है हम कांग्रेस को भी ऐसा नहीं करने देंगे, ये मोदी की गारंटी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, भूपेश बघेल सरकार में नक्सलवाद को बढ़ावा दिया गया था। जब विष्णु देव साय के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी तो केवल 4 महीनों में 95 लोग मारे गए, 350 लोग गिरफ्तार हुए और कई लोगों ने आत्मसमर्पण किया। मैं कहना चाहता हूं कि पीएम मोदी ने पांच साल में बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश से नक्सलवाद खत्म कर दिया है, लेकिन छत्तीसगढ़ छूट गया था क्योंकि यहां भूपेश बघेल की सरकार थी, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाओ और हम 2 साल में नक्सलवाद को जड़ से खत्म कर देंगे।
अयोध्या में राम मंदिर का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि 500 साल बाद रामनवमी के दिन रामलला के माथे पर हमें ‘सूर्य तिलक’ देखने का मौका मिला। दूसरी ओर, कांग्रेस को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन मैं हैरान था कि कोई इस तरह के निमंत्रण को कैसे अस्वीकार कर सकता है। कांग्रेस ने अपने वोट बैंक के डर से निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया।
गृहमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कश्मीर पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लोगों को कश्मीर से क्या लेना-देना है?’ खड़गे साहब, आप 80 साल की उम्र पार कर चुके हैं लेकिन अभी तक देश को नहीं समझ सके।
मंत्री अमित शाह बोले, पीएम मोदी का 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड भी है और 25 साल का एजेंडा भी। पीएम मोदी ने लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देकर कोविड को ख़त्म कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि ‘राहुल बाबा’ कहते थे ये ‘मोदी वैक्सीन’ है, और लोगों से इसे न लेने के लिए कहते हैं, लेकिन अच्छा हुआ किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। फिर एक दिन अंधेरा होने के बाद वह अपनी बहन के साथ गए और टीका लगवाया।