केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भारत के नए पोर्टल ‘भारतपोल’ का उद्घाटन किया। इस पोर्टल को सीबीआई द्वारा तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य पुलिस बलों को इंटरपोल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुलिसिंग में मदद प्रदान करना है। भारतपोल को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि देशभर के पुलिस बलों और जांच एजेंसियों को अब इंटरपोल के साथ तेज़ी से जानकारी साझा करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय अपराधों, भगोड़ों, और अन्य जटिल मामलों में त्वरित कार्रवाई कर सकेंगे।
भारतपोल के लॉन्च होने से, न केवल भारतीय पुलिस बलों को इंटरपोल से जुड़ी सूचनाओं तक पहुंच होगी, बल्कि इससे कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। यह प्लेटफॉर्म एक नया युग लेकर आएगा, जहां पुलिस और जांच एजेंसियां अधिक प्रभावी तरीके से काम करेंगी। अब हम विस्तार से जानेंगे कि भारतपोल के लॉन्च होने के बाद भारत को किस प्रकार से लाभ मिलेगा।
1. देशभर के पुलिस बलों को मिलेगा एक मंच
भारतपोल पोर्टल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे सीबीआई ने राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में तैयार किया है। इस पोर्टल के जरिए पूरे देश के पुलिस बल और केंद्रीय जांच एजेंसियां इंटरपोल से जुड़ी सूचनाओं को साझा कर सकती हैं। इस प्लेटफॉर्म का एक ही उद्देश्य है – पुलिस को एक साझा मंच देना, जिससे वे एक-दूसरे से बेहतर तरीके से संवाद कर सकें और किसी भी आपराधिक मामले को तेजी से हल किया जा सके।
इससे पहले, पुलिस बलों के पास इंटरपोल के माध्यम से जानकारी लेने में कई दिक्कतें आती थीं, लेकिन अब इस पोर्टल के जरिये यह प्रक्रिया बेहद सरल हो जाएगी। इससे पुलिस को अंतरराष्ट्रीय मामलों में अधिक समन्वय और सहयोग मिलेगा।
2. इंटरपोल नोटिस और अनुरोध की प्रक्रिया होगी तेज
भारतपोल के जरिए पुलिस बल अब इंटरपोल को नोटिस भेजने के लिए तुरंत अनुरोध कर सकेंगे। इससे पहले इस प्रक्रिया में काफी समय लगता था, लेकिन अब यह पूरी प्रक्रिया तेजी से और सुरक्षित तरीके से की जा सकेगी। इंटरपोल के जरिए दुनियाभर की पुलिस एजेंसियों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना भी अब आसान होगा।
भारतपोल के तहत, जब भी किसी बड़े अपराधी या भगोड़े के बारे में सूचना जुटानी होगी, तो पुलिस को उसे पाने के लिए घंटों या दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यह सुविधा सीधे और त्वरित तरीके से उपलब्ध होगी।
3. तत्काल अंतरराष्ट्रीय मदद मिलेगी
भारतपोल से भारत की जांच एजेंसियों को अब इंटरपोल के नेटवर्क के जरिए 195 देशों से अंतरराष्ट्रीय मदद मिल सकेगी। यदि भारत में कोई मामला है, जिसमें विदेशी संदिग्धों या अपराधियों का हाथ है, तो अब पुलिस को त्वरित रूप से विदेशी देशों से सहयोग मिल सकेगा।
मसलन, यदि कोई अपराधी विदेश में छिपा हुआ है, तो भारतपोल के जरिए भारत की जांच एजेंसियां सीधे इंटरपोल से जानकारी प्राप्त कर सकेंगी और कार्रवाई शुरू कर सकेंगी। इससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी और उन्हें भारत लाने की प्रक्रिया भी तेज हो सकेगी।
4. अंतरराष्ट्रीय खुफिया जानकारी का प्रवाह
भारतपोल के तहत भारत को 195 देशों से खुफिया जानकारी प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। जब इंटरपोल से कोई विदेशी पुलिस विभाग अपराधों के बारे में जानकारी साझा करेगा, तो वह तुरंत भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों तक पहुंचेगा। इस तरह, अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखना आसान हो जाएगा, और अपराधों की साजिशों को पहले से पकड़ने का अवसर मिलेगा।
यही नहीं, भारतपोल प्लेटफॉर्म के जरिए भारत अब दुनियाभर के पुलिस बलों से आपराधिक मामलों में जुड़ी जानकारी साझा कर सकेगा। इस प्रक्रिया के जरिए भारत को भी अपने कानूनी मामलों में अधिक सहयोग मिलेगा।
5. प्रासंगिक दस्तावेजों और संसाधनों की सुविधा
भारतपोल पुलिस बलों को न केवल सूचना प्राप्त करने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें जांच के लिए आवश्यक प्रासंगिक दस्तावेजों तक भी पहुंच उपलब्ध कराएगा। इससे जांच एजेंसियां अपनी कार्यप्रणाली में सुधार कर सकती हैं और अधिक सटीक तरीके से अपराधियों का पीछा कर सकती हैं।
इसमें प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण से जुड़ी सामग्री भी शामिल होगी, जिससे पुलिस बलों को तकनीकी तौर पर और भी सक्षम बनाया जा सके। साथ ही, भारतपोल सफलता की कहानियों और नए घटनाक्रमों को साझा करने के लिए एक अहम मंच के रूप में काम करेगा, जो अन्य देशों को भी प्रेरित करेगा।