पूर्वांचल दौरे पर पहुंचे गृह मंत्री शाह, दलित वोटों पर ध्यान केंद्रित करने का दिया मूलमंत्र !

पूर्वांचल दौरे पर पहुंचे गृह मंत्री शाह, दलित वोटों पर ध्यान केंद्रित करने का दिया मूलमंत्र !
वाराणसी: यूपी विधानसभा चुनाव के पूर्व शुक्रवार को  पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने BJP  पदाधिकारियों की बैठक में दलित वर्ग पर ध्यान केंद्रित करने का मूल मंत्र दिया है।
शाह पूर्वांचल को बेहतर समझते हैं उन्हें मालूम है यहां पर जातीय गठजोड़ के बिना कुछ भी नहीं हो सकता है। इसलिए जिलाध्यक्षों और विधानसभा प्रभारियों की बैठक में उन्होंने दो टूक कहा अनुसूचित जातियों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बहुत सारी अच्छी योजनाएं चला रखी है। उनके बारे में उन्हें अच्छे से बताएं। पार्टी की नीतियों को ढंग से समझाएं उसे हर हाल में BJP की ओर प्रभावित करें।
दरअसल अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर UP का पूर्वांचल BJP के लिए काफी महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन का कुछ प्रभाव भी है। वहीं लखीमपुर खीरी कांड भी भारतीय जनता पार्टी के लिए अलग एक उलझन बना हुआ है। ऐसे में इसका क्षति पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तराई बेल्ट में देखने को मिल सकता है। इसकी भरपाई के लिए BJP ने पूर्वांचल की ओर अधिक ध्यान देना शुरू कर दिया है।
हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में 2014 से लेकर अभी तक मजबूत रही है। परन्तु वर्तमान में समाजवादी पार्टी से राजभर के हुए गठबंधन से बदले परिष्य के बाद BJP  ने अब अपनी रणनीति बदल दी है। उन्होंने दलित वोटों पर सेंधमारी की रणनीति तैयार कर ली है।
भारतीय जनता पार्टी के एक जिलाध्यक्ष ने बताया कि गृहमंत्री शाह ने कहा कि अब पूरा ध्यान अनुसूचित जातियों पर रखना है। क्योंकि यहां पर BSP का सफाया हो चुका है। उनका कोई भी बड़ा नेता बचा नहीं है। ऐसे में इसका लाभ उठाते हुए हर छोटे बड़े नेता को पार्टी से जोड़ें जिससे फायदा हो। अधिक से अधिक संख्या में दलित वर्ग को ही BJP से जोड़ने की मुहिम को अंजाम देना होगा। जिससे मुख्य विपक्षी दल SP  चारो खाने चित्त हो जाएगी। क्योंकि BSP का वोट सपा में ट्रांसफर होना मुश्किल है। 2019 के लोकसभा चुनाव में ऐसा देखने को मिला चुका है। परन्तु इनके काडर वोट को अपनी ओर काम के बदलौत आकर्षित किया जा सकता है। BJP की केन्द्र और प्रदेश सरकार ने बहुत सारी योजनाएं केवल अनुसूचित जातियों के लिए ही चलाई है। लिहाजा उन्हें पार्टी में जोड़ने में अधिक कठिनाई नहीं होगी।
ज्ञात हो कि गृहमंत्री अमित शाह का वाराणसी और पूर्वांचल का दो दिवसीय दौरा उत्तर प्रदेश में एक बड़ी सियासी लकीर खींचने जा रहा है। शुक्रवार को वाराणसी पहुंचने के बाद अमित शाह BHU में महामना की पुण्यतिथि पर उनको नमन करने पहुंचे और इसके बाद बड़ालालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर रवाना हो गए। यहां यूपी के 403 विधानसभा प्रभारियों से उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव पर परिचर्चा भी करेंगे। विधानसभा प्रभारी बैठक में आगामी चुनाव की पार्टी स्तर पर रूपरेखा भी तय हो जाएगी।
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