नई दिल्ली: भारत में रूस के डिप्यूटी राजनयिक रोमन बाबुशकिन ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट के मानव परीक्षण का तीसरा चरण जारी है. कोविड-19 के खिलाफ स्पुतनिक की सिंगल डोज वाली वैक्सीन का नाम स्पुतनिक लाइट है. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा، “स्पुतनिक लाइट का तीसरे चरण का मानव परीक्षण चल रहा है. हमें विश्वास है कि वैक्सीन का उत्पादन यहां होगा क्योंकि कम समय में दवा उत्पादन क्षमता के संदर्भ में भारत दुनिया का अग्रणी देश है.”
उन्होंने भारत की वैक्सीन निर्माण क्षमता को भी सराहा. उन्होंने ये भी बताया कि स्पुतनिक -V कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति अनुबंध और शेड्यूल के मुताबिक जारी है. उप दूत ने कहा, “हमें भारत की अन्य कंपनियों और राज्य सरकारों से थोड़ा ज्यादा आवेदन प्राप्त हो रहे हैं और प्रस्तावों का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया जा रहा है.” सोमवार को रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड और (RDIF) और Panacea Biotec ने स्पुतनिक-V कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन शुरू किया.
Panacea Biotec भारतीय साझेदारों में से एक है. शुरुआती शेड्यूल धीरे-धीरे भारत में हर साल 850 मिलियन डोज करने का है. उप दूत ने कहा, “हम जानते हैं कि अन्य कारोबारी साझेदारों और यहां तक कि राज्य सरकारों ने दिलचस्पी दिखाई है. हम सभी प्रस्तावों का बहुत सावधानीपूर्वक अध्ययन कर रहे हैं.” रूस की स्पुतनिक-V कोविड-19 वैक्सीन तीन वैक्सीन में से एक है जिसे भारत ने टीकाकरण अभियान के लिए मंजूर किया है. स्पुतनिक ने भी डॉक्टर रेड्डी लैबरोटरीज के साथ भारत में वैक्सीन निर्माण के लिए गठबंधन किया है. अब तक, स्पुतनिक वैक्सीन की दो खेप भारत आ चुकी है. पहली खेप 1 मई को जबकि दूसरी खेप 16 मई को स्वदेश पहुंची. 13 मई को सेंट्रल ड्रग्स लैबरोटरी-कसौली की तरफ से नियामक मंजूरी दी गई थी.