IAS पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उन्हें लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब एक ऐसी जानकारी सामने आई है, जिसे लेकर IAS पूजा खेडकर की मुश्किल और बढ़ सकती है। पता चला है कि खेडकर ने फर्जीवाड़ा कर अपना डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट बनवाया था। आईएएस ने पिंपरी पुणे के YCM हॉस्पिटल से डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट हासिल किया था। ये सर्टिफिकेट उन्होंने गलत एड्रेस पर हासिल किया था।
डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट में फर्जी एंड्रेस
मिली जानकारी के मुताबिक, पिंपरी पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल हॉस्पिटल से जो डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट हासिल किया उसके लिए IAS पूजा खेडकर ने अपने एड्रेस प्रूफ के लिए राशन कार्ड लगाया था, जिसमें फर्जी एड्रेस दिया गया। दरअसल ये एड्रेस एक थर्मोवेरीटा इंजीनियरिंग कंपनी का एड्रेस है और ये कंपनी बंद हो चुकी है। कमाल की बात ये है कि इसी कंपनी के नाम पर खेड़कर की ऑडी कार भी रजिस्टर्ड थी।
बता दें कि पूजा खेडकर ने YCM हॉस्पिटल से फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट में खेडकर ने अस्पताल को जो एड्रेस प्रूफ दिया था, उसमें उसके घर का पता प्लॉट नंबर 53, देहू-आलंदी, तलवडे लिखा था। जिसके बारे में पता चला है कि यह एड्रेस असल में किसी रिहायशी प्रॉपर्टी का नहीं बल्कि बंद हो चुकी कंपनी थर्मोवेरिटा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड का है।
गौरतलब है कि बीते दिन महाराष्ट्र सरकार ने IAS पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रद्द कर दी और LBSNAA के डिप्टी डायरेक्टर के पत्र के संदर्भ में कहा कि आप मसूरी वापस जाएं और 23 जुलाई को रिपोर्टिंग करें। बता दें कि IAS पूजा खेडकर वासिम जिले में तैनात थी, यहां हाल में ही विवाद के कारण उनका ट्रांसफर किया गया था।