अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी की होगी. अन्ना हजारे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार एक दो दिन में उनकी मांगे नहीं मानती तब वे पद्मभूषण वापिस कर देंगे.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अन्ना ने कहा कि लोग मुझे ऐसे इंसान के तौर पर याद रखेंगे जो स्थिति से निपटता था. ऐसे इंसान के तौर पर नहीं जो आग भड़काता था. अगर मुझे कुछ हुआ तो लोग प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार मानेंगे. अन्ना हजारे ने कहा कि लोकपाल के जरिए प्रधानमंत्री के खिलाफ भी जांच हो सकती है, अगर लोग उनके खिलाफ कोई सबूत पेश करते हैं.
आपको बता दें कि अन्ना जन आंदोलन सत्याग्रह के बैनर तले 30 जनवरी से केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त लाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं. इससे पहले उनके समर्थकों ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय से एक पत्र मिला है. पत्र में गांधीवादी नेता के प्रति ‘रुखा रवैया’ झलकता है.