दिल्ली में दिवाली पर पटाखे जलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। पुलिस ने पटाखों के उपयोग और बिक्री पर कड़ी नजर रखने की तैयारी कर ली है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, दिवाली के इस मौके पर पटाखों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित करने के लिए 377 टीमें बनाई गई हैं। अगर कोई भी व्यक्ति पटाखे जलाते हुए पकड़ा गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस बार पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में तैनात रहेंगे ताकि पटाखे जलाने वालों को पकड़ना आसान हो सके।
दिल्ली सरकार ने 14 अक्टूबर को पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था, जो 1 जनवरी 2024 तक प्रभावी रहेगा। यह निर्णय 20 अक्टूबर को रोहिणी के प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल की दीवार में हुए विस्फोट के बाद लिया गया, जिसके कारण दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चांदनी चौक, सरोजनी नगर, लाजपत नगर, ग्रेटर कैलाश, आजादपुर और गाजीपुर जैसे प्रमुख बाजारों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में दिवाली के दौरान बड़ी भीड़ होती है।
डीसीपी अपूर्व गुप्ता ने बताया कि बाजारों और मॉल्स में सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत किया गया है। गश्त बढ़ाई गई है और अतिरिक्त चौकियां स्थापित की गई हैं। सभी पुलिसकर्मी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं। उत्तरी जिले के डीसीपी राजा बांठिया ने भी इस बात की पुष्टि की कि त्योहार को सुरक्षित और शांतिपूर्वक मनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
पुलिस सीमावर्ती इलाकों की गतिविधियों पर भी नजर रख रही है। रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। अतिरिक्त बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत जांच की जा सके। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को निर्देश दिया गया है कि वे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें और तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें।
अधिकारी ने कहा कि श्वान दस्तों और बम निरोधक टीमों की मदद से रेलवे पटरियों और बाजारों में नियमित रूप से सुरक्षा जांच की जा रही है। इसके साथ ही, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी भी लगातार जारी है और पीसीआर को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।