इंडियन मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2024 का आयोजन 15 अक्टूबर से दिल्ली में हो रहा है, जहां जियो ने अपने नए स्मार्ट ग्लासेस से पर्दा उठाया है। इन जियो फ्रेम्स को अगले साल भारत में लॉन्च करने की उम्मीद है, और ये 2025 तक मार्केट में आ सकते हैं। जियो के ये स्मार्ट ग्लासेस मेटा के रे-बैन स्मार्ट ग्लासेस को टक्कर देने के लिए तैयार हैं, जो पहले से ही वैश्विक बाजार में मौजूद हैं।
जियो फ्रेम्स के खास फीचर्स
जियो स्मार्ट ग्लासेस में एक विशेष कैमरा शामिल है, जो 100 भाषाओं में विजुअल सर्च करने की सुविधा देगा। इसकी रेटिंग 200SKU है, जो इसे मार्केट में एक प्रतिस्पर्धात्मक विकल्प बनाता है। जियो स्मार्ट ग्लासेस में 120mAh की बैटरी लगी हुई है, जो इसे 3-4 घंटे तक बिना किसी समस्या के काम करने में सक्षम बनाती है। ये स्मार्ट ग्लासेस वॉयस असिस्टेंट, दिशा निर्देश और ट्रांसलेटर के रूप में भी काम कर सकते हैं। इसे जियो फ्रेम ऐप से नियंत्रित किया जा सकता है।
डिजाइन और कनेक्टिविटी
जियो फ्रेम्स में इन-बिल्ट माइक्रोफोन और स्पीकर भी होंगे, जो यूजर्स को बेहतरीन ऑडियो अनुभव प्रदान करेंगे। चश्मे के साइड में पावर ऑन-ऑफ करने के लिए एक बटन दिया गया है, और इसे चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्लॉट फ्रेम के अंदर मौजूद है। चश्मे का डिजाइन कूल और क्लासी ब्लैक-फ्रेम में है, जो इसे स्टाइलिश बनाता है।
टेस्टिंग और डेवलपमेंट फेज में जियो फ्रेम्स
हालांकि जियो के ये स्मार्ट चश्मे अभी टेस्टिंग और डेवलपमेंट फेज में हैं, लेकिन इनमें फिलहाल इंग्लिश, हिंदी और गुजराती भाषाओं का सपोर्ट है। भविष्य में अन्य भारतीय भाषाओं का भी समर्थन जोड़ा जाएगा। इस समय जियो ने इन चश्मों के बारे में जो जानकारी साझा की है, वह सीमित है। जब ये मार्केट में आएंगे, तब और भी फीचर्स की जानकारी मिलेगी।
उम्मीदें और संभावनाएं
जियो स्मार्ट ग्लासेस की लॉन्चिंग से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नई क्रांति आने की संभावना है। इन स्मार्ट चश्मों की मदद से यूजर्स नई तकनीकों का अनुभव कर सकेंगे और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को और अधिक सुविधाजनक बना सकेंगे।
इंडियन मोबाइल कांग्रेस में जियो का यह प्रॉडक्ट लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, और इसके मार्केट में आने के बाद यह एक महत्वपूर्ण तकनीकी उपलब्धि साबित हो सकता है। जियो के स्मार्ट ग्लासेस ने अपनी पेशकश से एक नया मानक स्थापित किया है, जो आने वाले समय में स्मार्ट उपकरणों के विकास में योगदान देगा।