अंडरग्राउंड घर में मस्जिद और मक्का मदीना बना लिया। पप्पू ने ये कााम सिर्फ खुरपी और फावड़ा से ही बना डाला। खुरपी से दीवारों में नक्कासी भी कर डाली। तिरंगे के साथ तमाम चित्र भी बनाए हैं।हरदोई जिले में शाहाबाद कस्बे के मोहल्ला खेड़ा बीबीजई के रहने वाले फकीर इरफान अहमद उर्फ पप्पू बाबा की अब चर्चा हो रही है।
ये महल पिलर पर टिका है। कमरों और इबादतगाह में जाने के लिए सीढ़ियां हैं। इरफान ने अकेले इस काम को अंजाम दिया है। इरफान बताते हैं कि इसे बनाने में 12 साल का समय लगा। 2011 में इसे बनाना शुरू किया। टीले पर उनकी पैतृक जमीन थी, जिसका कुछ हिस्सा उन्होंने खेती के लिए उपयोग में लिया, जबकि कुछ हिस्सा उन्होंने आशियाना बनाने के लिए प्रयोग किया।
इरफान अहमद पहले दिल्ली में सिलाई करते थे। वह अपने घर शाहाबाद आए और सभासद का चुनाव लड़ा। चुुनाव हारे तेे फकीरी अपना ली। अल्लाह की इबादत करने लगे। इरफान अब जमीन के अंदर बनाए हुए अपने घर में ही रहते हैं। वह सिर्फ खाने-पीने के लिए ही पड़ोस में अपने पैतृक घर जाते हैं। अभी भी उनका हर दिन 4 से 5 घंटा इस आशियाने को सजाने संवारने में ही निकल जाता है।