मुंबई| बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। उन्होंने इसी साल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मार्च में कांग्रेस का दामन थामा था, चुनाव में टिकट लेकर मुबंई उत्तरी सीट से चुनाव भी लड़ा था लेकिन, हार गयीं थीं। अब कांग्रेस पार्टी के साथ अपने 157 दिन पुराने सफ़र को उन्होंने ये कह कर ख़त्म किया है कि पार्टी में बड़ी गुटबाजी है। उर्मिला ने कहा कि मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाएं बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए हैं, लेकिन मुंबई कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति के कारण मैं ऐसा कर नहीं पा रही हूं।
बतादें कि, 1990 के दशक की फिल्म स्टार उर्मिला ने राजनीति की दुनियां में 27 मार्च 2019 को कदम रखा था। और मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ीं थीं जिसमे वह हार गईं थीं। रंगीला गर्ल के नाम से मशहूर उर्मिला ने मुंबई की इस हाईप्रोफाइल सीट पर कांग्रेस को लेकर ना सिर्फ बड़ी बड़ी बातें की थीं बल्कि कुछ अलग ही अंदाज में चुनाव प्रचार भी किया था। लेकिन छह महीने से भी कम समय में उनका मोहभंग हो गया।
उर्मिला ने कहा था कि, ‘मैं स्टार की छवि के साथ यह सब नहीं कर रही हूं। मैं जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ने का प्रयास कर रही हूं। मुझे पता है कि यह बहुत मश्किल सफर होगा। उन्होंने कहा, ‘मैं जनप्रतिनिधि के तौर पर उनमें अपने प्रति विश्वास जगाना चाहती हूं, न कि किसी अन्य स्टार की भांति हाथ हिलाकर केवल वोट मांगना चाहती हूं। क्योंकि इन विचारों के साथ मैं राजनीति में नहीं आई हूं।’
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले उर्मिला ने मुंबई कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को एक गोपनीय खत लिखा था। इस खत में उन्होंने अपनी हार के लिए स्थानीय नेताओं पर उंगली उठाते हुए कमजोर रणनीति, कार्यकर्ताओं की अनदेखी और फंड की कमी को जिम्मेदार बताया था। यह गोपनीय खत लीक हो गया था। उर्मिला ने अपने इस्तीफे के ऐलान के साथ ही इस ख़त के लीक होने को भी मुद्दा बनाया है। उनका कहना है कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष रहे मिलिंद देवड़ा ने उनके ख़त पर कोई एक्शन तो लिया नहीं , उलटा ये ख़त लीक ज़रूर हो गया |