नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल CRPF ने मंगलवार को कहा कि वह घाटी में स्थानीय लोगों की मौत को देखते हुए 5 और कंपनियां जम्मू-कश्मीर भेज रहा है।
एक हफ्ते में भेजी जाने वाली 5 कंपनियां उन 25 कंपनियों के अतिरिक्त एक अलग तैनाती होंगी जो पहले से ही जम्मू-कश्मीर में जमीन पर हैं। BSF की भी वहां 25 कंपनियां तैनात हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का यह कदम सोमवार को श्रीनगर के बोहरी कदल क्षेत्र में सेल्समैन इब्राहिम की गोली मारकर हत्या करने के कुछ घंटों पश्चात आया है। वह कश्मीरी पंडित संदीप मावा की एक दुकान में काम करता था।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा 23 अक्टूबर को श्रीनगर में बुलाई गई एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के पश्चात अर्धसैनिक बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में नागरिकों की हत्याओं को देखते हुए रात की सतर्कता और प्रभुत्व भी बढ़ रहा है।
CRPF के एक प्रवक्ता ने यह भी कहा कि शहर में हर दिन करीब 15,000 लोगों की तलाशी ली जा रही है और तकरीबन 5,000-8,000 वाहनों की विभिन्न पुलिस नाकों और बाधाओं पर चेकिंग की जा रही है। इसी प्रकार की व्यवस्था अन्य शहरों में भी स्थानीय पुलिस के साथ की गई है।
यहां तक कि महिलाओं की तलाशी लेने के लिए लाल चौक के आसपास के क्षेत्रो में CRPF की महिला जवानों को भी तैनात किया गया है।
2010-11 में हटाए गए पुलिस अवरोधों और स्थायी बंकरों को घाटी में नागरिकों की हत्याओं को देखते हुए बहाल कर दिया गया है।
अधिकारी ने यह भी कहा कि इस वर्ष अब तक जम्मू-कश्मीर में 112 आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि 125 को पकड़ा गया है और दो ने सरेंडर किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और राज्य पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में ये सभी उग्रवादी मारे गए या पकड़े गए।
जम्मू-कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में 1 अक्टूबर से अब तक कम से कम 14 लोगों की मौत हुई है।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि इस साल 13 माओवादी मारे गए हैं, जबकि 603 पकड़े गए हैं और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 486 ने आत्मसमर्पण किया है।