सरफराज खान को टेस्ट में डेब्यू का मिला मौका, पिता की आंखों से छलक गए खुशी के आंसू

सरफराज खान को टेस्ट में डेब्यू का मिला मौका, पिता की आंखों से छलक गए खुशी के आंसू

15 फरवरी का दिन नौशाद खान की जिंदगी का सबसे बड़ा दिन साबित हुआ. इस दिन उनकी सालों की मेहनत रंग लाई. 9 साल के लंबे इतंजार के बाद बेटे सरफराज को देश के लिए टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला. बेटे को डेब्यू कैप मिलते ही पिता की आंखों से खुशी के आंसू छलक गए. वो अपनी आंखों से उस सपने को सच होता देख रहे थे, जो उन्होंने सालों पहले देखा था. बेटे सरफराज को क्रिकेटर बनाने में नौशाद खान ने जीतोड़ मेहनत की है.

राजकोट टेस्ट में दिग्गज अनिल कुंबले ने सरफराज को टेस्ट डेब्यू कैप सौंपी तो कुछ दूर खड़े खड़े पिता नौशाद रो पड़े. बेटा तुरंत दौड़कर पिता के पास गया और दोनों ने एक दूसरे को गले से लगा लिया. इसके बाद सरफाज ने अपनी मां को भी गले लगाया. इन नजारे की कुछ फोटोस सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जो बता रही हैं कि यह पल पिता-बेटे के लिए कितना खास है.

सरफराज ने डेब्यू कैप पिता को दिखाई. फिर उनका आशीर्वाद लिया. इस कैप को नौशाद खान ने चूमा और अपने बेटे को गले से लगा लिया. इसके बाद टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने नौशाद खान से मुलाकात की. कप्तान रोहित शर्मा ने भी उन्हें गले लगाया.

इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट में सरफराज खान के साथ ध्रुव जुरेल ने भी डेब्यू किया. इन दोनों खिलाड़ियों को कैप मिलने के बाद टीम के साथियों ने बधाई दी. दुनिया ने सरफराज खान को भारत के खिलाड़ी नंबर 311 के तौर पर डेब्यू करते देखा है. अब वो बल्लेबाजी से धमाल मचाने के इदारे से मैदान में उतरेंगे.

बता दें सरफराज खान ने घेरलू क्रिकेट में मुंबई के लिए रनों का अंबार लगाया है. वो एक के बाद एक बड़ी पारियां खेलते गए. अपने करियर के 45 फर्स्ट क्लास मैचों में ही उन्होंने  3912 रन बना दिए हैं. खास बात ये है कि सफराज का औसत करीब 70 (69.85) का रहा. वे 14 शतक और 11 फिफ्टी जमा चुके हैं. फर्स्ट क्लास में उन्होंने 301 रनों की नाबाद सबसे बड़ी पारी खेली है.

 

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