भारत में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि एक बार फिर से कोरोना से मौत के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी होने लगी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 276 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही एक्टिव केस (Corona Active Cases in India) की संख्या 4,302 हो गई है, जबकि इसी अवधि में 7 लोगों की मौत हुई है। आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है।
24 घंटे में 3281 मरीज स्वस्थ
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार (4 जून) सुबह ताजा आंकड़े (Covid Cases in India) जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 3281 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है।
किस राज्य में कितने एक्टिव केस?
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों अनुसार, पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 63 जबकि, पश्चिम बंगाल में कोरोना के 60 नए मामले सामने आए हैं। इससे एक दिन पहले कोरोना के 65 नए मामलों के साथ एक्टिव केस की संख्या 4,026 तक पहुंच गई थी। वर्तमान में केरल में सबसे अधिक 1373, महाराष्ट्र में 510, गुजरात में 461, दिल्ली में 457, पश्चिम बंगाल में 432, कर्नाटक में 324, तमिलनाडु में 216 और उत्तर प्रदेश में 201 एक्टिव केस है।
कर्नाटक में भी कोरोना को लेकर अलर्ट जारी
वहीं, देश भर में कोरोना का बढ़ते मामले को देखते हुए कर्नाटक के कलबुर्गी में गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (Covid 19 cases in India) ने भारत में बढ़ते कोविड -19 मामलों को देखते हुए एहतियात के तौर पर 25-बेड वाला कोविड-19 वार्ड स्थापित किया है। इसके साथ ही लोगों को कोरोना से सावधानी बरतने को लेकर जागरूक किया जा रहा है।
GIMS में कोरोना को लेकर तैयारी
कलबुर्गी के गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GIMS) अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (Gulbarga Institute Of Medical Sciences) डॉ. शिवकुमार सीआर ने कहा, “राज्य सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, हम 25 बेड के सेट के साथ पूरी तरह से तैयार हैं, जिनमें से 5 बेड वेंटिलेटर के साथ ICU में हैं, 5 उच्च निर्भरता वाली इकाइयां हैं, 5 गर्भवती महिलाओं और प्रसूति सेवाओं की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए हैं और शेष 10 सामान्य बेड हैं।”