रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर से भारत ने एक और बड़ी छलांग लगाई है। भारत ने दुनिया का सबसे शक्तिशाली गैर परमाणु बम बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। नागपुर की इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड ने तीन नए विस्फोटक फॉर्मूलेशन विकसित किए हैं। इनस मारक क्षमता और विस्फोटक प्रभाव में बढ़ोतरी होगी जो कि हमारे सशस्त्र बलों के लिए गेम चेंजर साबित होंगे। आइए जानते हैं इस कामयाबी के बारे में कुछ खास बातें। इस फॉर्मूलेशन को भारतीय नौसेना के DGNAI केमार्गदर्शन और सहयोग से तैयार किया गया है।
2.01 टीएनटी की क्षमता वाला- SEBEX-2
SEBEX 2 एक नया विस्फोटक फॉर्मूलेशन है। बताया जा रहा है कि ये फॉर्मूलेशन वर्तमान में मौजूद किसी भी ठोस विस्फोटक की तुलना में कहीं अधिक शक्तिशाली विस्फोट पैदा करता है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि किसी भी विस्फोटक का प्रदर्शन TNT से मापा जाता है। जितना ज्यादा TNT की शक्ति उतना ही बड़ा धमाका।
वर्तमान में मौजूद पारंपरिक विस्फोटक डेंटेक्स/टॉरपेक्स जिन्हें पारंपरिक हथियारों, हवाई बमों और कई अन्य गोला-बारूद में इस्तेमाल किया जाता है, उनकी TNT की क्षमता 1.25-1.30 है। ब्रह्मोस वारहेड को भरने के लिए HEMEX का इस्तेमाल किया जाता है जिसकी TNT क्षमता 1.50 है। इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड की कोशिश है कि आने वाले 6 महीने में TNT की क्षमता को को 2.3 तक बढ़ा लिया जाए।
2. थर्मोबैरिकपॉलीमर-बॉन्डेडएक्सप्लोसिव- SITBEX-1
सॉलिड थर्मोबेरिक विस्फोटक को रिच फ्यूल विस्फोटक के रूप में भी जाना जाता है। ये विस्फोटक पारंपरिक विस्फोटकों के मुकाबले ज्यादा तबाही मचाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। पारंपरिक विस्फोटक सिंगल पॉवरफुल ब्लास्ट पर केंद्रित होते हैं। लेकिन सॉलिड थर्मोबेरिक विस्फोटक लंबी विस्फोट अवधि भारी गर्मी पैदा करते हैं।
3. न्यू इंटेंसिटिव एक्सप्लोजिव फॉर्मूलेशन- SIMEX-4
इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड ने नौसैनिक हथियारों में उपयोग के लिए एक नया इंटेंसिटिव एक्सप्लोजिव फॉर्मूलेशन भी तैयार किया है जिसे SIMEX-4 नाम दिया गया है। इस विस्फोटक को शॉक सेंसिटिविटी और क्रिटिकल डायमीटर के अनुसार मापा गया है।