Saturday, June 7, 2025

भारत से उलझना पड़ा भारी, बिना पानी फड़फड़ाने लगा PAK, 2 दिन में सूख गई चिनाब; अब कैसे करें फसलों की बुवाई?

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जो ‘वॉटर स्ट्राइक’ की रणनीति अपनाई है, उसने पाकिस्तान में हाहाकार मचा दिया है। चेनाब नदी का पानी कम होने से वहां के किसानों की सांसें अटकी हुई हैं। खरीफ फसलों के लिए पानी की कमी ने खेतों को बंजर बना दिया है, जहां अब चौड़ी-चौड़ी दरारें नजर आ रही हैं। गर्मी की तपिश और पानी की किल्लत ने हालात को और बदतर कर दिया है।

शहबाज शरीफ की गिड़गिड़ाहट, दुनिया के सामने रोना

पाकिस्तान में खेती के लिए पानी का संकट गहराता जा रहा है। भारत ने चेनाब नदी के पानी का प्रवाह कम कर दिया, जिससे पाकिस्तान के बड़े-बड़े बांधों में पानी की भारी कमी हो गई है। इस हालात से घबराए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ताजिकिस्तान के दुशांबे में ग्लेशियर संरक्षण सम्मेलन में पहुंचे और भारत के खिलाफ रोना रोया। उन्होंने कहा कि भारत ने सिंधु जल संधि को तोड़कर पानी को हथियार बना लिया है। शहबाज और उनकी फौज के जनरल असीम मुनीर को अब दुनिया के सामने झुकना पड़ सकता है, क्योंकि पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा है उनका मुल्क।

पाकिस्तान का आरोप: भारत ने रोका चेनाब का पानी

पाकिस्तान का दावा है कि भारत ने चेनाब नदी के पानी के बहाव को बुरी तरह घटा दिया है। वहां की जल और विद्युत विकास प्राधिकरण (WAPDA) ने बताया कि दो दिन में चेनाब नदी का पानी माराला हेडवर्क्स पर 98,200 क्यूसेक से घटकर सिर्फ 7,200 क्यूसेक रह गया। भारत ने इस कटौती पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन पाकिस्तान इसे भारत की रणनीतिक चेतावनी मान रहा है।

IRSA की चेतावनी: खरीफ फसलों पर खतरा

इंडस रिवर सिस्टम अथॉरिटी (IRSA) ने चेनाब नदी में पानी के उतार-चढ़ाव को गंभीर मसला बताया है। IRSA के प्रवक्ता खालिद इदरीस राणा ने कहा कि भारत की इस हरकत से खरीफ फसलों, खासकर चावल की खेती पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। मंगला डैम के जल भंडारण पर भी इसका असर पड़ सकता है, जिससे पाकिस्तान की खेती और बिजली उत्पादन दोनों संकट में हैं।

भारत का सख्त रुख: ‘खून और पानी साथ नहीं बह सकते’

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 23 अप्रैल को साफ कर दिया था कि अब सिंधु जल संधि को लागू नहीं किया जाएगा। भारत का कहना है कि जब पाकिस्तान से आतंकवादी भारत में खून बहा रहे हैं, तो उसे पानी देना देशहित के खिलाफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने ये बड़ा फैसला लिया।

पाकिस्तान की हालत पतली, पंजाब में हाहाकार

चेनाब नदी के पानी में कमी से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। खासकर पंजाब प्रांत में, जहां चेनाब को खेती की लाइफलाइन माना जाता है। अपर चेनाब और बीआरबी (बम्बावाली-रावी-बेडियन) जैसी नहरें हजारों एकड़ खेतों को सींचती हैं, लेकिन अब पानी की कमी ने फसल उत्पादन पर खतरे की घंटी बजा दी है। सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान अपनी आतंकवादी नीतियों पर लगाम लगाएगा, या फिर और बड़े संकट के लिए तैयार रहेगा?

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