नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। कनाडा में एक भारतीय को मुस्लिम विरोधी पोस्ट करना महंगा पड़ गया है। इस पोस्ट की वजह से उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। हाल ही में अरब देशों में इस्लामोफोबिया को लेकर कई भारतीयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा चुकी है। यहां तक की कइयों को नौकरी से भी निकाल दिया गया। यहां तक की यूएई में तो कुछ भारतीयों द्वारा किए गए इस्लाम विरोधी पोस्ट का विवाद इतना बढ़ गया है कि भारतीय राजदूत पवन कपूर को बयान देने सामने आने पड़ा। जिसके बाद उन्होंने ऐसे लोगों का आगाह करते हुए ऐसी गलती दोबारा न करने की हिदायत दी। हालांकि, इसके बाद भी ये सिलसिला थमता नहीं दिखाई दिया है।
अब कनाडा में एक व्यक्ति को मुस्लिम विरोधी टिप्पणी करना महंगा पड़ा है, जिस कारण उसको अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। इस शख्स का नाम रवि हुड्डा है, जो ओंटारियो में एक रियल एस्टेट एजेंट के तौर पर काम कर रहा था। दरअसल, टोरंटो की एक म्युनिसिपलिटी ने 30 अप्रैल को रमजान के महीने में स्थानीय मस्जिदों में अजान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की इजाजत देने का ऐलान किया था। जिसके बाद से विवाद शुरू हो गया।
रमजान हैशटैग के साथ ब्रैम्प्टन के मेयर ने ट्वीट कर लिखा, ‘1984 में पास किए गए नॉयज लॉ में सिर्फ चर्च की बेल के लिए छूट दी गई थी। इसमें अब सभी धर्मों की शामिल किया जा रहा है। इसमें तय वक्त और डेसिबल स्तर को मानना होगा। मुस्लिम समुदाय को सूर्यास्त के अजान की इजाजत है। ये 2020 चल रहा है और हम सभी धर्मों को एकसमान मानते हैं।’
मुस्लिम समुदाय ने मेयर के इस कदम की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हुई है। कई यूजर्स ने लिखा, ‘कोरोना के कारण वो मस्जिद नहीं जा पा रहे हैं, इसलिए ऐसे वक्त में सरकार का ये कदम बेहद प्रशंसनीय है।’ हालांकि म्युनिसिपलिटी के फैसले पर रवि हुड्डा नाम के व्यक्ति ने आपत्ति दर्ज कराई और इसको लेकर मुस्लिमों के खिलाफ एक पोस्ट लिखा।
ये था विवादित पोस्ट
अपने इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘आगे क्या? क्या अब ऊंट और बकरियां चराने वालों के लिए अलग से लाइन बनाई जाएंगी, कुर्बानी के नाम पर घर पर ही जानवरों को मारा जाएगा। क्या वोटों की खातिर कुछ मूर्खों को लुभाने के लिए सिर से लेकर पैर तक सभी महिलाओं को बुर्के में कैद करने का कानून बनाया जाएगा।’
बहरहाल, उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक इसके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके थे। इसको लेकर कनाडा के एंटी हेट नेटवर्क ने रवि हुड्डा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसकी तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया कि रवि हुड्डा को इसलिए परेशानी हो रही है कि ब्रैम्प्टन मस्जिदों को वो छूट दे रहा है जो चर्च को मिली हुई है। मिसीसाउगा में रमजान के दौरान अजान मुस्लिम के खिलाफ नफरत फैलाने का माध्यम बन गया है।’
कंपनी ने किया टर्मिनेट
रवि पर कार्रवाई की मांग उठने के बाद कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है। एंप्लायर रीमैक्स कनाडा की तरफ से बयान जारी कर रहा गया कि हम रवि हुड्डा की राय से बिल्कुल इत्तेफाक नहीं रखते हैं। न ही उनके बयान का समर्थन करते हैं। हमने उन्हें टर्मिनेट कर दिया है और अब वो हमारी कंपनी का हिस्सा नहीं है।